वारदात के 22 दिन बाद दिल्ली पुलिस ने मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान शीतल चौधरी के रूप में हुई है। शीतल का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने घर वालों की मर्जी के खिलाफ अपने ही गोत्र के पड़ोस में रहने वाले युवक से प्रेम-विवाह कर लिया था।
अलीगढ़ (Uttar Pradesh)। नई दिल्ली स्थित न्यू अशोक नगर इलाके में एक परिवार ने झूठी शान के लिए अपनी ही बेटी को गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद शव को कार में रखकर तकरीबन 80 किलोमीटर दूर उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ की जावा नहर में ठिकाने लगा दिया था। वारदात के 22 दिन बाद दिल्ली पुलिस ने मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान शीतल चौधरी के रूप में हुई है। शीतल का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने घर वालों की मर्जी के खिलाफ अपने ही गोत्र के पड़ोस में रहने वाले युवक से प्रेम-विवाह कर लिया था।
ये थी लव स्टोरी
पुलिस के अनुसार शीतल अपने परिवार के साथ न्यू अशोक नगर इलाके में रहती थी। पड़ोस में अंकित भाटी नाम का युवक रहता है। अक्टूबर माह में करीब तीन साल के प्रेम संबंधों के बाद दोनों ने चुपचाप एक मंदिर में जाकर शादी कर ली। इसके बाद दोनों अपने-अपने घरों में रहने लगे।
पति ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
30 जनवरी के बाद से ही अंकित की शीतल से न तो मुलाकात हुई थी और न ही फोन पर बात हुई। अंकित ने गत 17 फरवरी को थाने जाकर शीतल के अपहरण का मुकदमा उसके परिवार के खिलाफ दर्ज करवाया।
पुलिस को कर रहे थे गुमराह
पुलिस मामले की जांच पड़ताल के लिए शीतल के घर पहुंची तो स्वजनों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए कहा कि वह अपने फूफा के घर चली गई है। पुलिस उसकी तलाश में फूफा के घर पहुंची तो शीतल का वहां भी कुछ पता नहीं चला। पुलिस को स्वजनों पर शक गहराने लगा।
कॉल डिटेल से फंसे आरोपी
पुलिस ने शीतल के स्वजनों की कॉल डिटेल निकाली। इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग ले जाकर स्वजनों से पूछताछ की तो बताया कि 29 जनवरी को ही घर पर शीतल का गला दबाया था, इसके बाद शव को कार में रखकर अलीगढ़ लेकर गए और अगले दिन वहां नहर में फेंक दिया।
मां-बात सहित 6 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने इस ऑनर कीलिंग के इस मामले में मृतक की मां सुमन, पिता रविंद्र, ताऊ संजय, फूफा ओम प्रकाश, फूफा के बेटे परवेश और जीजा अंकित को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।