मुंबई के एक आदमी के साथ वह रिलेशनशिप में आ गई थी। जिसका पिता ने कई बार विरोध किया। पिता को डर था कि इस रिश्ते से उसकी बहन की शादियों पर इस रिश्ते का फर्क पड़ेगा। वह कई बार लड़की को टोक चुका था, लेकिन लड़की सुन नहीं रही थी। पिता को डर था कि इससे समाज में बदनामी होगी।
जौनपुर (उत्तर प्रदेश)। मुंबई में ठाणे जिले के कल्याण इलाके में गत दिनों एक लड़की की सूटकेस में बंद मिली लाश मामला ऑनर किलिंग का है। मुंबई पुलिस ने मामले का फर्दाफाश कर दिया है। लड़की की पहचान प्रिंसी तिवारी निवासी जौनपुर के रूप में हुई है, जो चार महीने पहले ही पुणे गई थी। पिता मनीष तिवारी उसके सिर और कमर को तीन जगह से काट डाला था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि बेटी का प्यार पंसद नहीं आया तो उसने लड़की को मौत के घाट उतार दिया।
रिलेशनशिप में थी प्रिंसी
आरोपी का कहना है कि मुंबई के एक आदमी के साथ वह रिलेशनशिप में आ गई थी। जिसका पिता ने कई बार विरोध किया। पिता को डर था कि इस रिश्ते से उसकी बहन की शादियों पर इस रिश्ते का फर्क पड़ेगा। वह कई बार लड़की को टोक चुका था, लेकिन लड़की सुन नहीं रही थी। पिता को डर था कि इससे समाज में बदनामी होगी।
ऐसे खुला राज
पुलिस ने घटना के बारे में बताते हुए कहा है कि एक अनजान शख्स रविवार सुबह कईरीब 5:25 बजे भिवंडी की ओर जाने के लिए कल्याण स्टेशन पर ऑटोरिक्शा में सवार हुआ। ऑटो में जब शख्स सवार हुआ तो सूटकेस से बदबू आ रही थी। इस मामले में उसने यात्री से पूछा तो वह सूटकेस छोड़कर फरार हो गया। ऑटो ड्राइवर को शक हुआ तो उसने पास के अन्य ऑटो चालकों को इकट्ठा किया। जब ऑटो ड्राइवर ने ड्राइवरों की मौजूदगी में सूटकेस खोला तो उसे एक महिला की लाश मिली।
सीसीटीवी फुटेज से गिरफ्त में आया आरोपी
पुलिस को पहला सुराग कल्याण स्टेशन के पास लगे सीसीटीवी फुटेज से लगा था। पुलिस ने शख्स की रेलवे स्टेशन पर गतिविधि की निगरानी की। ठाणे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने फुटेज स्कैन किया, जिसके बाद आरोपी के हाथ में एक सूटकेस देखा गया। शख्स टिटवाला रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सवार हुआ था।
इस तरह पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी
ठाणे पुलिस के मुताबिक यूनिट के सदस्यों ने कई ऑटो ड्राइवरों से इस मामले में बातचीत की। साथ ही टिटवाला रेलवे स्टेशन के पास पुलिस ने उस ड्राइवर से भी बात की जिसकी गाड़ी में आरोपी सूटकेस लेकर सवार हुआ था। पुलिस ने आसपास के इलाकों में आरोपी की तस्वीर दिखाकर पूछताछ की तो आरोपी के बारे में पता चला। पुलिस ने आरोपी को उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया।
क्लर्क की करती थी नौकरी
प्रिंसी ने हाल ही में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था। वह अपने परिवार की मदद करने महाराष्ट्र आई थी और एक भांदुप स्थित प्राइवेट फर्म में क्लर्क की नौकरी करती थी।