कानपुर अपहरण कांड में विपक्ष ने सरकार को घेरा, प्रियंका ने कहा- UP में खत्म हुआ कानून का राज

कानपुर के बर्रा से अपहृत लैब टेक्नीशियन की हत्या के खुलासे के बाद यूपी पुलिस पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। लोग पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. दूसरी ओर विपक्ष ने भी सरकार को घेरने की कोशिश की है। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 24, 2020 10:35 AM IST / Updated: Jul 25 2020, 05:11 PM IST

कानपुर(Uttar Pradesh). कानपुर के बर्रा से अपहृत लैब टेक्नीशियन की हत्या के खुलासे के बाद यूपी पुलिस पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। लोग पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. दूसरी ओर विपक्ष ने भी सरकार को घेरने की कोशिश की है। विपक्ष ने इसे सरकार की नाकामी बताया है। कांग्रस महासचिव प्रियंका गांधी व बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं मायावती ने मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हांलाकि मामले पर कड़ा एक्शन लेते हुए सीएम योगी ने ASP अपर्णा गुप्ता,सीओ मनोज कुमार समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार सुबह इस मामले पर ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने लिखा है कि उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है। घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता। विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या। पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और उनकी हत्या कर दी गई। ये एक नया गुंडाराज आया है। प्रियंका गांधी ने आगे आरोप लगाते हुए लिखा कि इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है।

 

बसपा सुप्रीमो मायावती ने की कड़ी कार्रवाई की मांग 
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्विटर पर लिखा,"यूपी में जारी जंगलराज के दौरान एक और घटना में कानपुर में अपहरणकर्ताओं द्वारा श्री संजीत यादव की हत्या करके शव को नदी में फेंक दिया गया जो अति-दुःखद व निन्दनीय। प्रदेश सरकार खासकर अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यव्स्था के मामले में तुरन्त हरकत में आए, बीएसपी की यह मांग है।” 

 

सपा ने किया 5 लाख की मदद का ऐलान, अखिलेश ने कहा-निष्क्रिय सरकार 

सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा है कि कानपुर से अपहृत इकलौते बेटे की मौत की ख़बर दुखद है। चेतावनी देने के बाद भी सरकार निष्क्रिय रही और अब सरकार 50 लाख का मुआवज़ा दे। सपा मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की मदद देगी। अब कहां है दिव्य-शक्ति संपन्न लोगों का भयोत्पादक प्रभा-मंडल व उनकी ज्ञान-मंडली। गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करके पुलिस पर सवाल उठाए थे। उन्होंने लिखा है कि कानपुर से अपहृत युवक का अब तक कोई पता नहीं चला है। शासन एवं पुलिस प्रशासन दोनों इस मामले में पूरी तरह से निष्क्रिय क्यों हैं? आशा हैं? युवक सही सलामत अपने परिवार तक पहुंच पाएगा। यह अपहरण भाजपा के राज के शर्मनाक क्षरण का प्रतीक है।

 

इन 4 पुलिस अफसरों पर गिरी गाज
सीएम के निर्देश के बाद शासन से मिली जानकारी के अनुसार जनहित में अपर पुलिस अधीक्षक, दक्षिणी कानपुर नगर, आईपीएस अपर्णा गुप्ता  और मनोज गुप्ता तत्कालीन सीओ को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा लापरवाही बरतने के आरोप में पूर्व प्रभारी निरीक्षक थाना बर्रा रणजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है।

 

 

 


 

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