रामयाण में जैसे मिथिला के राजा जनक को खेत में हल जोतते समय एक मटके से सीता माता मिली थीं, कुछ ऐसा ही मामला यूपी के बरेली जिले में सामने आया है। यहां मटके में बंद एक नवजात बच्ची मिली। जिसे जिंदा मटके में बंद कर दफना दिया गया था।
बरेली (Uttar Pradesh). रामयाण में जैसे मिथिला के राजा जनक को खेत में हल जोतते समय एक मटके से सीता माता मिली थीं, कुछ ऐसा ही मामला यूपी के बरेली जिले में सामने आया है। यहां मटके में बंद एक नवजात बच्ची मिली। जिसे जिंदा मटके में बंद कर दफना दिया गया था।
क्या है पूरा मामला
सीबीगंज के रहने वाले हितेश कुमार ने बताया, पत्नी वैशाली महिला दरोगा हैं। गर्भावस्था के बाद उन्होंने प्रीमेच्योर बच्ची को जन्म दिया, जिसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई। हम मृत बच्ची को दफनाने श्मशान पहुंचे और गड्ढा खुदवाना शुरू किया। करीब तीन फुट की खुदाई के बाद फावड़ा किसी चीज से टकराया। मिट्टी हटाकर देखा गया तो एक मटका निकला। मटके के अंदर एक बच्ची थी, जिसकी सांसें चल रही थी।
बच्ची को इसलिए दिया गया ये नाम
हितेश ने बताया, मासूम को देख मैंने तुरंत उसे सीने से लगा लिया। उसके लिए दूध का इंतजाम कराया और तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां अस्पताल के स्टाफ ने उसका नामकरण करते हुए उसे सीता नाम दिया। रामायण के अनुसार, सीता भी राजा जनक को इसी प्रकार मिलीं थी।
पुलिस का क्या है कहना
एसपी सिटी अभिनंदन सिंह ने बताया, बच्ची को जिंदा दफन करने का अमानवीय कृत्य जिसने भी किया है, उसे सजा जरूर मिलेगी। पुलिस की टीमें उस परिवार की तलाश में जुट गई हैं। सादी वर्दी में भी पुलिस की टीमें को तलाश में लगाया गया है।