Inside Story: पार्टी के सिंबल से नहीं बल्कि अपने नाम पर जीतते हैं लोगों का वोट,जानिए कौन है BJP का ये विधायक

कैंपियरंगज सीट से अभी भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस समेत किसी भी दल ने अभी अपने प्रत्याशी नहीं घोषित किए हैं। वहीं भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह लगातार गांव-गांव जाकर जनसम्पर्क कर रहे हैं। 
 

अनुराग पाण्डेय
गोरखपुर:
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पूर्व सीएम स्व. वीर बहादुर सिंह के बेटे फतेह बहादुर सिंह लगातार 6 बार से विधायक बन रहे हैं। ये ऐसे विधायक हैं, जिनके लिए पार्टी का सिंबल कोई मायने नहीं रखता है। इस विधायक के नाम पर ही जनता का वोट गिरता है। वर्तमान में कैंपियरगंज विधानसभा से भाजपा (BJP) के विधायक फतेह बहादुर सिंह (Fatheh  Bahadur  Singh) कभी नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से चुनाव जीते थे। उस समय इनके सामने अन्य बड़ी पार्टियों की चुनौती भी थी। लेकिन उस चुनौती को उन्होंने स्वीकार करते हुए  रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज कर अपनी ताकत का परिचय सभी पार्टियों को कराया था। ऐसा माना जाता है कि फतेह बहादुर सिंह हमेशा जनता के बीच बने रहते हैं, इसलिए उन्हें हर कोई पंसद करता है।

कैंपियरंगज सीट से अभी भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस समेत किसी भी दल ने अभी अपने प्रत्याशी नहीं घोषित किए हैं। वहीं भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह लगातार गांव—गांव जाकर जनसम्पर्क कर रहे हैं। 

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पहले पनियरा से लड़ते थे फतेह बहादुर
जानकारी के मुताबिक, साल 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले विधानसभा सीटों का समीकरण बदल गया था। परिसीमन के बाद मानीराम विधानसभा सीट का अस्तित्व खत्म हो गया। मानीराम के साथ ही महराजगंज की पनियरा विधानसभा सीट के कुछ हिस्से को मिलाकर कैंपियरगंज विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया। इस सीट पर पहला चुनाव साल 2012 में हुआ था। फतेह बहादुर सिंह ने नेशनल कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता था। इसके बाद साल 2017 में भी इन्होंने भाजपा से लड़कर रेकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज की थी। वहीं इससे पहले फतेह बहादुर सिंह पनियरा विधानसभा से लड़ते थे, वहां से उन्होंने चार बार जीत दर्ज की थी।


पूर्व सीएम की मौत के बाद बेटे ने संभाली कमान
वीर बहादुर सिंह के निधन के बाद पनियरा सीट को उनके बेटे फतेह बहादुर सिंह ने बाखुबी संभाला। इस सीट पर भी फतेह बहादुर सिंह एक तरफा जीत दर्ज करते गए। बसपा सरकार में वन मंत्री भी फतेह बहादुर सिंह बने थे। यही नहीं कहा तो ये भी जाता है कि यूपी में किसी भी पार्टी की सरकार हो उसमे फतेह बहादुर सिंह की अच्छी पैठ रहती है। 


भाजपा को चौथे पायदान से एक नंबर पर पहुंचाया

साल 2012 के चुनाव में कैंपियरगंज विधानसभा में भाजपा चौथे नंबर पर थी। वहीं साल 2017 विधानसभा चुनाव में जब भाजपा ने फतेह बहादुर सिंह को टिकट दिया। तब रेकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज कर फतेह बहादुर सिंह ने चार नंबर पर रहने वाली भाजपा को एक नंबर पर ला दिया। 

वर्ष 2017 चुनाव के आकड़े
2017 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदान 59.5 फीसदी
पार्टी            कुल मत              फीसदी 
भाजपा         91,636             42.64 
सपा-कांग्रेस    58,782              27.35 
बसपा          39,343             18.26 
निषाद पार्टी     10,935             5.9 
आरएलडी      7,265               3.38

यहां से 11 प्रत्याशियों की जब्त हुई थी जमानत
साल 2017 के चुनाव में 1806 मतदाताओं ने नन ऑफ द एबव (नोटा) का इस्तेमाल किया था, जो कुल मतदान का .78 फीसदी था। चुनाव में 14 प्रत्याशी थे। जिसमे तीन प्रत्याशी जमानत बचाने में कामयाब हुए थे। 11 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी।

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