IPS अफसरों ने निभाई ये परंपरा, 61 हजार की कार से इस तरह रिटायर होकर घर गए DGP ओपी सिंह

डॉज कार आज के समय के किसी भी एसयूवी फार्च्यूनर, इनोव क्रिस्टा, टाटा सफारी से लंबी है। इस गाड़ी की 481.3 सेमी लंबी,186.4 सेमी चौड़ी,161.6 सेमी ऊंचाई वाली यह गाड़ी 6 सिलिंडर के साथ 3600 सीसी की कार है।

Ankur Shukla | Published : Jan 31, 2020 10:48 AM IST / Updated: Jan 31 2020, 04:47 PM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh) । यूपी  के डीजीपी ओपी सिंह 31 जनवरी को रिटायर हो गए। लखनऊ पुलिस लाइन में पारंपरिक परेड के साथ ही इस दौरान उनको भी उसी गाड़ी से विदा किया गया, जिससे यूपी पुलिस मुखिया की कमान संभाल चुके सभी पुलिस चीफ को विदाई दी गई है। यह गाड़ी निकलती भी विदाई देने के लिए ही है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस में अच्छा करने वालों के लिए अपार संभावनाएं मौजूद हैं। बता दे कि उनके रिटायर्ड होने पर 1985 बैच के आईपीएस हितेश चंद्र अवस्थी को नया कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है।

डीजीपी के विदाई समारोह का हिस्सा बनी यह गाड़ी खास थी। क्रिसलर कारपोरेट की ओर से बनाई गई इस गाड़ी का नाम किंग्सवे डॉज कार है। 29 नवंबर 1956 में इसे रुपये 61,063.81 में खरीदा गया था। एसएसपी लखनऊ के नाम पर खरीदी गई यह कार अब डीजीपी के नाम पर है।

 


डॉज कार आज के समय के किसी भी एसयूवी फार्च्यूनर, इनोव क्रिस्टा, टाटा सफारी से लंबी है। इस गाड़ी की 481.3 सेमी लंबी,186.4 सेमी चौड़ी,161.6 सेमी ऊंचाई वाली यह गाड़ी 6 सिलिंडर के साथ 3600 सीसी की कार है। तीन फ्रंट और एक बैक गियर के साथ यह गाड़ी 1400 किलोग्राम वजन की है। 

इस कार के इतिहास पर गौर करें तो परंपरा के तौर पर जब भी उत्तर प्रदेश पुलिस का कोई मुखिया रिटायर होते हैं तो विदाई के तौर पर पुलिस लाइन में दी जाने वाली रैतिक परेड में डीजीपी को इसी कार में बैठाकर, कार को रस्सी से बांधकर खींचते हुए विदाई देते हैं। इस डॉज गाड़ी से 31 जनवरी को यूपी पुलिस के 58वें डीजीपी ओपी सिंह को विदाई दी गई।
 

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