नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक ओर जहां कुछ जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। वहीं, अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि राजनीतिक पार्टियां हिंदू मुसलमान के बीच इस कानून को लेकर भ्रम फैला रही हैं।
अयोध्या (Uttar Pradesh). नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक ओर जहां कुछ जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। वहीं, अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि राजनीतिक पार्टियां हिंदू मुसलमान के बीच इस कानून को लेकर भ्रम फैला रही हैं। लोगों को उनकी बातों में आकर उग्र आंदोलन नहीं करना चाहिए, इससे देश का ही नुकसान होगा।
मोदी सरकार ने देश हित में बनाए कानून
अंसारी ने कहा- प्रदर्शन कर रहे लोग पहले नागरिकता कानून को समझें। संविधान और कानून के दायरे में प्रदर्शन करें। उग्र या हिंसक धरना-प्रदर्शन करना ठीक नहीं। इससे सिर्फ देश का ही नुकसान होगा। अफवाह फैला कर कुछ लोग गुमराह करने का काम कर रहे हैं। मोदी सरकार ने देश हित के लिए कानून बनाए हैं। आम मुसलमानों या हिंदुओं के लिए ये नुकसानदेह नहीं है। बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से जो घुसपैठ करेगा, उसको नागरिकता देना ठीक नहीं। पहले से रह रहे मुस्लिमों को इससे कोई परेशानी नहीं है। जो घुसपैठिए हैं, उनको नागरिकता नहीं मिलती है, वो अच्छी बात है।
क्या है नागरिकता संशोधन कानून
बता दें, नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारत के तीन पड़ोसी इस्लामी देशों- पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना का शिकार होकर भारत की शरण में आए गैर-मुस्लिम लोगों को आसानी से नागरिकता मिल सकेगी।