इकरा ने कहा -कैराना में पलायन जैसा कोई मुद्दा नहीं है। यहां हिंदू मुस्लिम प्यार से रहते हैं। पलायन केवल बीजेपी के भाषणों में दिखता है, क्योंकि बीजेपी को पता है कि जनता उन्हें सबक सिखाने पर आमादा है।
कैराना: मुख्यमंत्री योगी के गर्मी शांत करने वाले बयान पर सपा विधायक नाहिद हसन की बहन इकरा ने पलटवार करते हुये कहा-इतने बड़े पद पर बैठे नेता को इस तरह का बयान शोभा नहीं देता,इसका जबाब जनता खुद देगी।इकरा ने कहा -कैराना में पलायन जैसा कोई मुद्दा नहीं है। यहां हिंदू मुस्लिम प्यार से रहते हैं। पलायन केवल बीजेपी के भाषणों में दिखता है, क्योंकि बीजेपी को पता है कि जनता उन्हें सबक सिखाने पर आमादा है। इसी वजह से बीजेपी के तमाम नेता रोजगार और महंगाई की बात को पीछे छोड़ पलायन की बात कर रहे हैं। योगी सरकार ने बीते पांच सालों में झूठ बोलने के सिवाय कुछ नहीं किय़ा है। लोग बीजेपी से बुरी तरह से परेशान हो गये हैं।
कैराना से सपा ने मौजूदा विधायक नाहिद हसन को टिकट दिया है। वो पूर्व विधायक मुनव्वर हसन के बेटे हैं। नाहिद की मां तबस्सुम पूर्व सांसद हैं। उन्होंने 2018 के उप-चुनाव में कैराना से चुनाव जीता था। इकरा नाहिद हसन की सगी बहन हैं। बीजेपी ने कैराना से पलायन का मुद्दा उठाने वाले पूर्व दिवंगत मंत्री हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
हालांकि, बीते माह पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में नाहिद को गिरफ्तार किया तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने टिकट नाहिद हसन के स्थान पर उनकी बहन इकरा को दे दिया था। नाहिद इस समय जेल में हैं। नाहिद हसन पर 17 मुकदमे दर्ज हैं। 2016 में कैराना कांड में उनका नाम आया था। वह गैंगस्टर केस में एक साल से फरार चल रहे थे। लेकिन फिलहाल वो खुद जेल में रहकर ही चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी बहन इकरा जोरशोर से भाई को जिताने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।