
लखनऊ(Uttar Pradesh ). लखनऊ में 19 अक्टूबर को हुई हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी के हत्यारोपियों को पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात और यूपी ATS के संयुक्त प्रयास से दोनों हत्यारे पुलिस के हत्थे चढ़ गए। हत्यारे इतने शातिर थे कि उनकी किसी भी गतिविधि की खबर पुलिस को नहीं लगती थी। लेकिन पैसे खत्म होने के बाद उसके अरेंजमेंट की कोशिश ने दोनों को पुलिस के जाल में फंसा दिया।
नेपाल बॉर्डर तक पहुंच गए थे कमलेश के हत्यारे
ATS के मुताबिक़ कमलेश के हत्यारों ने बरेली होते हुए नेपाल भागने की पूरी तैयारी कर रखी थी। पुलिस को भी इस बात का अंदाजा था कि हत्यारे नेपाल भाग सकते हैं इसलिए पुलिस ने बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी थी। एसएसबी से भी इसको लेकर मदद मांगी गयी थी। एसएसबी भी पूरी तरह मुस्तैद थी। इसी सख्ती के चलते आरोपी शाहजहांपुर में रुकने को मजबूर हुए थे। बॉर्डर इलाके तक पहुंचते-पहुंचते उनके पास रुपये खत्म हो चुके थे।
घर पर किया फोन कहा रूपयों की व्यवस्था करो
कमलेश के हत्यारों ने अपने सूरत स्थित घर पर फोन कर रूपयों की व्यवस्था करने को कहा। बस यही एक लीड पुलिस का काम कर गई। पुलिस ने पहले से जाल बिछा रखा था। आरोपी जैसे ही रूपयों के की व्यवस्था के लिए गुजरात बॉर्डर पहुंचे पहले से ही मुस्तैद गुजरात ATS ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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