बाघा बार्डर से 285 Km. पहले मिली कमलेश के हत्यारों की लास्ट लोकेशन, लगातार बदल रहे पहचान

हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले दोनों आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। बताया जा रहा है कि दोनों सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंचने की फिराक में है, क्योंकि उनकी आखिरी लोकेशन अंबाला के पास मिली है, जोकि बाघा बार्डर से 285 किमी दूर है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 21, 2019 7:06 AM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh). हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले दोनों आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। बताया जा रहा है कि दोनों सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंचने की फिराक में है, क्योंकि उनकी आखिरी लोकेशन अंबाला के पास मिली है, जोकि बाघा बार्डर से 285 किमी दूर है। बता दें, मामले में पुलिस ने सूरत से 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या करने आए दो आरोपी फरार हैं।

लगातार अपनी पहचान बदल रहे हत्यारे
जानकारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों की लोकेशन दिल्ली-अमृतसर रूट पर मिली है। रविवार शम यूपी और गुजरात पुलिस की संयुक्त टीम ने रात साढ़े 10 बजे चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, दोनों का कुछ पता नहीं चला। बताया जा रहा है कि दोनों हत्यारें लगातार अपनी पहचान बदल रहे हैं। 18 अक्टूबर को कमलेश की हत्या के बाद दोनों हरदोई, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद के रास्ते चड़ीगढ़ की तरफ गए। दोनों ने बीच बीच में अपना फोन भी ऑन किया। 

लखनऊ में वारदात से एक दिन पहले आ गए थे हत्यारे
जानकारी के मुताबिक, दोनों 16 अक्टूबर को सूरत से चले थे। 17 अक्टूबर की रात दोनों लखनऊ पहुंचे और लालकुआं के गुरु गोविंद सिंह मार्ग स्थित होटल खालसा में रात करीब 11 बजे एक कमरा लिया। होटल प्रबंधन ने दोनों को बेसमेंट में कमरा नंबर जी 103 में ठहराया था। अगले दिन सुबह करीब साढ़े दस बजे निकल गए। फिर दोपहर 1.20 बजे होटल लौटे और 1.37 बजे फिर चले गए। होटल की अलमारी से बैग, लोअर और लाल-भगवा कुर्ते मिले हैं। सभी कपड़े और तौलिया पर खून के निशान हैं। नए मोबाइल और चश्मे के डिब्बे, सेविंग किट आदि सामान भी मिले हैं। आरोपियों ने सूरत सिटी स्थित जिलानी अपार्टमेंट प्लाट नंबर 15-16 पद्मावती सोसायटी लिंबावत निवासी पठान मोइनुद्दीन अहमद और शेख अशफाक हुसैन की आइडी पर कमरा बुक कराया था।

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