यूपी के कानपुर जिले में छापेमारी के दौरान पुलिस ने 250 डॉलर विदेशी मुद्रा के साथ 55 लाख के नशीले पदार्थ बरामद किए हैं। कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि नशीला पदार्थ बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। इनके इंटरनेशनल कनेक्शन की जांच की जा रही है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में यूपी पुलिस (UP police) की ओर से तस्करों की धड़पकड़ भी तेज होती जा रही है। इसी से जुड़ा मामला यूपी के कानपुर से सामने आया, जहां पुलिस टीम को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी। कानपुर (kanpur) की चकेरी पुलिस ने बुधवार देर शाम काजीखेड़ा लाल बंगला में छापेमारी कर 55 लाख के नशीले पदार्थ समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनके पास से कोकीन, चरस और गांजा बरामद किया गया। मौके पर गिरफ्तार हुए लोगों में दो महिलाओं समेत तीन लोग शामिल हैं।
आरोपी के पास मिली विदेशी मुद्रा
पुलिस ने बताया कि छापेमारी से पहले तीन आरोपित फरार हो गए। पुरुष आरोपित के पास से 250 डॉलर बरामद हुए हैं। इससे गिरोह के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन होने की आशंका जताई जा रही है। डीसीपी का कहना है कि इस बिंदु पर जांच चल रही है। यह गिरफ्तारी चारबाग स्टेशन लखनऊ में विदेशी महिला के पर्स चोरी की घटना से भी जुड़ी है।
मदाक पदार्थ के धंधे की सूचना मिलने के साथ ही डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार ने एडीसीपी ईस्ट सोमेन्द्र मीणा और एसीपी कैंट मृगांक शेखर की टीम बनाकर लालबंगला निवासी आरोपित राजेश जायसवाल के घर छापेमारी की। यहां से पुलिस ने 250 अमेरिकी डॉलर बरामद किए। राजेश से थाने में पूछताछ के दौरान राजेश ने काजीखेड़ा निवासी अंजली का पता बताया। यह भी जानकारी दी कि अंजली के साथ मिलकर नशे का धंधा करता है। टीम ने काजीखेड़ा में अंजली के घर दबिश दी। जहां से अंजली और एक अन्य महिला को गिरफ्तार किया। पुलिस की छापेमारी की भनक लगते ही तीन फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक फरार आरोपित अंकिता, सीता और पुल्ली की तलाश की जा रही है।
आरोपियों के पास से हुई बरामदगी
50 ग्राम कोकीन (इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 50 लाख), 1 किलो चरस, 2.5 किलो गांजा (कुल मादक पदार्थ की कीमत 55 लाख). 14 मोबाइल फोन, 1 चापड़, 69 अदद सोने चांदी के जेवर, 3.39 लाख नकद और 250 अमेरिकी डॉलर (19075 रुपए) ।
विदेशी महिला का लखनऊ में पर्स चोरी हुआ था
इस बड़ी बरामदगी के पीछे चोरी मुख्य घटना रही। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपित राजेश जायसवाल ने 8-10 दिन पहले लखनऊ स्टेशन से किसी विदेशी महिला का पर्स चोरी किया था। जिसमें यह डॉलर उसे मिले। महिला ने लकनऊ जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई थी। लखनऊ जीआरपी ने विदेशी महिला से पूछताछ के आधार पर एक स्कैच बनवाया और उसे आसपास के जिलों में जारी करा दिया। चकेरी क्षेत्र के एक नागरिक ने वह स्कैच देखा और पुलिस को फोन कर राजेश जायसवाल के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने राजेश को उठाया और उससे अमेरिकी डॉलर बरामद किए। पूछताछ में राजेश ने अंजली समेत नशे का धंधा करने वाली महिलाओं के राज खोल दिए।
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि नशीला पदार्थ बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। इनके इंटरनेशनल कनेक्शन की जांच की जा रही है। गिरोह में महिलाओं की भूमिका की भी पड़ताल होगी। कहीं यह कैरियर तो नहीं थीं। पूरी टीम बधाई की पात्र है। गिरफ्तारी करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।