सोमवार आधी रात एक लोहा कारोबारी का अपहरण कर उसे चलती कार में जमकर पीटा गया। कारोबारी की पत्नी की सूचना पर जब पुलिस ने एक आरोपी के रिश्तेदार को हिरासत में लिया तो आरोपी कारोबारी को बर्रा थाने के समीप लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गए।
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में सोमवार आधी रात एक लोहा कारोबारी का अपहरण कर उसे चलती कार में जमकर पीटा गया। कारोबारी की पत्नी की सूचना पर जब पुलिस ने एक आरोपी के रिश्तेदार को हिरासत में लिया तो आरोपी कारोबारी को बर्रा थाने के समीप लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गए। पीड़ित की पत्नी ने थाने में जालौन जिले में तैनात एक सिपाही के बेटे पर पति का अपहरण व पीटने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है।
ई-ब्लाक गोविंद नगर निवासी सतीश गुप्ता लोहा कारोबारी हैं। सोमवार की रात खाना लेने के लिए बाइक से बारादेवी चौराहा स्थित झमाझम होटल आए थे। देर रात तक घर नहीं पहुंचे तो पत्नी गीता को अनहोनी की शंका हुई। रात 11.30 के आसपास गीता के नंबर फोन आया कि, उनके पति सतीश का अपहरण कर लिया गया है। उन्होंने देर रात जूही थाने पहुंचकर मामले की जानकारी पुलिस को दी।
जूही थाना पुलिस बारादेवी चौराहे के पास पहुंची तो कारोबारी की बाइक लावारिस हालत में बरामद हुई। एसएसपी अनंतदेव तिवारी भी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी ने पत्नी गीता से पूछताछ की। गीता ने उन्नाव में तैनात डकोर जालौन निवासी सिपाही अर्जुन यादव के बेटे अजीत यादव समेत चार पर पति का अपहरण करने का आरोप लगाया। केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने देर रात पुलिस ने दबिश देकर एम-ब्लाक किदवई नगर निवासी अजीत के ताऊ को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
गीता ने पति के अपहरण का खुलासा करते हुए बताया कि, अजीत की पत्नी अंकिता उसकी सहेली है और दोनों का गांव एक ही है। अजीत और अंकिता के एक पुत्री भी है। अजीत के प्रेम संबंध एक युवती से हैं, जिसे उसने गोविंद नगर में एक कमरे में किराए पर रखा है। अजीत अपने प्रेमिका से मिलने रोजाना आता जाता है। अजीत और युवती को अक्सर साथ आते जाते देखकर उसने अंकिता को इस बात की जानकारी दे दी थी। इसपर अंकिता अपनी सास के साथ गोविंद नगर अचानक आ गई थी। पत्नी और मां को देखकर अजीत युवती को लेकर भाग निकला था। अजीत को जब पता चला कि उसने ही अंकिता को जानकारी दी थी तो वह खुन्नस मानने लगा और धमकाया भी था। इसी वजह से उसने पति का अपहरण किया है और उसे आशंका है कि पति के साथ कोई अनहोनी न हो जाए।
बाबूपुरवा सीओ मनोज गुप्ता के मुताबिक सतीश गुप्ता की बाइक को पहले अजीत यादव ने टक्कर मारी, फिर अपनी गाड़ी में बैठा लिया और कहीं लेकर चला गया था। ये बात सामने आई है कि अजीत यादव के किसी लड़की से प्रेम संबध है, जिसकी वजह से अजीत की पत्नी ने जहर खा लिया था। उसमें सतीश ने उसकी मदद की थी, इसी रंजिश में लेकर उसे मारापीटा है। जब हमारे पास सूचना आई तो हमने प्रेशर बनाया तो अजीत यादव उसे बर्रा में छोड़कर भाग गया। सतीश गुप्ता को मेडिकल के लिए भेजा गया है। जांच मे तथ्य आएंगे उसमें धाराओ को बढ़ाया जाएगा।