
लखनऊ ( Uttar Pradesh)। दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर चल रहा तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद् कराने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। इस धरने को गति देने के लिए बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के अध्यक्ष नरेश टिकैत बाराबंकी के हैदरगढ़ रोड स्थित हरख चौराहे पर किसान महा पंचायत में पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है। किसान पूरी तरह बर्बाद हो चुका है, उसे अपनी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। बिजली की कीमतें बढ़ रही हैं, हर दिन पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ़ रहे हैं। सरकार को अपना रवैया बदलना चाहिए। अगर थोड़े बहुत दिन और अगर यह सरकार रहेगी तो किसानों को अपनी खेती से हाथ धोना पड़ेगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ को बताया पिंजर का तोता
नरेश टिकैत ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पिंजरे का तोता बना दिया गया है। अगर सरकार राजनाथ सिंह को बात करने की आजादी दे, तो हमारी गारंटी है कि फैसला हो जाएगा। लेकिन यह सरकार जिद्दी है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए और अपना रवैया बदलना चाहिए।
राकेश टिकट का ऐलान-40 लाख ट्रैक्टर लेकर दिल्ली करेंगे कूच
बीकेडी प्रवक्ता राकेश टिकैत आगरा के किरावली में महापंचायत करेंगे। यह महापंचायत किरावली में मौनी बाबा आश्रम स्थित मिनी स्टेडियम में बुलाई गई है। बता दें कि एक दिन पहले ही जयपुर दौरे के दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत एलान किया था कि गेंहू की फसल कटने के बाद 40 लाख ट्रैक्टर दिल्ली कूच करेंगे।
इसलिए 19 साल पुराने ट्रैक्टर से करेंगे प्रदर्शन
इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि अब 40 लाख ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे । उन्होंने कहा कि सभी 40 लाख ट्रैक्टर 19 साल पुराने होंगे, क्योंकि केंद्र सरकार ने पुराने ट्रैक्टरों के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है। उन्होंने आरोप लगाया कि नये ट्रैक्टर खरीदने को किसान को मजबूर करने के लिए रोक लगाई गई है।
किसानों की नहीं होती जाति
किसान की कोई जाति नहीं होती। उन्होंने किसानों से कहा कि आप आंदोलन को जिंदा रखिए। उन्होंने कहा कि हल चलाने वाला अब हाथ नहीं जोड़ेगा। किसानों से कहा कि अब अगर किसी अधिकारी के पास जाओ तो यही नारा बोलना।
कल बस्ती में महापंचायत
25 फरवरी को बीकेयू पूर्वांचल के बस्ती में महापंचायत आयोजित करेगी। बस्ती के मुण्डेरवा में होने वाली किसान महापंचयत में नरेश टिकैत बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। किसान पंचायत दोपहर 12 बजे से शुरु होगी। वहीं, किसान तहसील और जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपेंगे।
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