लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा ने सरेंडर कर दिया है। आशीष की जेल में पहली रात काफी बेचैनी के साथ कटी। उसे अन्य कैदियों से अलग क्वारंटाइन किया गया है। यहां 7 दिन रहने के बाद वह अन्य कैदियों के पास पहुंचेगा।
लखीमपुर खीरी: सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद्द होने के बाद तिकुनियां कांड के आरोपी आशीष मिश्रा ने बीते दिन कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया। आशीष मिश्रा के अधिवक्ता ने सीजेएम कोर्ट में सरेंडर को लेकर अर्जी दी थी। इसके बाद अर्जी पर सुनवाई करते हुए सीजेएम चिंताराम ने आशीष मिश्रा को न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए जेल भेज दिया। आशीष को जेल के बैरक नंबर 21 में फिलहाल 7 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया है।
जेल में बेचैनी से कटी रात
मीडिया रिपोर्टस में जेल सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आशीष मिश्रा की पहली रात वहां काफी बेचैनी से कटी। ज्ञात हो कि हाईकोर्ट से मिली जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। जिसके बाद 18 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा की जमानत को निरस्त कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने रद्द की थी जमानत
आपको बता दें कि बीते वर्ष 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हिंसा के दौरान चार किसान, एक पत्रकार, ड्राइवर और दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई थी। मामले में 14 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इस मामले में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया था। हालांकि इस मामले में आशीष मिश्रा की जमानत को 10 फरवरी को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मंजूर कर लिया था और 15 फरवरी को आशीष जेल से बाहर आ गया था। लेकिन इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 18 अप्रैल को हाईकोर्ट का फैसला पलटते हुए जमानत को रद्द कर दिया था। इसी के साथ एक सप्ताह के भीतर सरेंडर करने का भी निर्देश दिया था।
क्वारंटाइन बैरक में है आशीष
सरेंडर करने के दौरान अंतिम समय में कोई दिक्कत न हो इसको लेकर आशीष ने रविवार को आत्मसमर्पण कर दिया। आशीष को अन्य कैदियों से अलग क्वारंटाइन में रखा गया है।
गोरखपुर: जेल से जिला अस्पताल लाया गया मुर्तजा, घाव को देख डॉक्टर ने कही ये बात