रावण के पुतला दहन का विरोध करेगा लंकेश भक्त मंडल, NGT जाने की धमकी

यूपी के मथुरा में दहशरे पर रावण दहन को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। गोवर्धन के लंकेश भक्त मंडल से जुड़े एक संत ने रावण दहन करने पर NGT जाने की धमकी दी है। गोवर्धन के इस संत ने यह भी कहा है कि भविष्य में रावण दहन पर रोक लगाने के लिए वह हरसम्भव प्रयास करेंगे। 
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2019 8:01 AM IST / Updated: Oct 08 2019, 01:32 PM IST

मथुरा(UTTAR PRADESH ). यूपी के मथुरा में दहशरे पर रावण दहन को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। गोवर्धन के लंकेश भक्त मंडल से जुड़े एक संत ने रावण दहन करने पर NGT जाने की धमकी दी है। गोवर्धन के इस संत ने यह भी कहा है कि भविष्य में रावण दहन पर रोक लगाने के लिए वह हरसम्भव प्रयास करेंगे। 

बता दें कि मथुरा के लंकेश भक्त मण्डल से जुडे़ सारस्वत गोत्र के ब्राह्मण युवकों का एक दल पिछले बीस साल से दशहरा पर रावण के पुतला दहन का विरोध करता रहा है। वे इस मौके पर दस विद्याओं के ज्ञाता एवं प्रकाण्ड पंडित रावण की पूजा का आयोजन करते हैं। उनका कहना है कि प्रकांड विद्वान रावण के पुतले को दहन करना पूरी तरह गलत है। 

पर्यावरण प्रदूषण से भी जुड़ा है ये मामला 
लंकेश भक्त मण्डल से जुड़े एडवोकेट ओमवीर सारस्वत का कहना है कि हम वर्षों से रावण दहन का विरोध कर रहे हैं। इसके लिए शासन, प्रशासन व अदालत के स्तर पर भी आवाज उठाई गई है किंतु किसी ने हमारी मांग पर ध्यान नहीं दिया। यदि इस बार भी रावण का पुतला दहन किए जाने पर रोक नहीं लगाई गई और इस बार भी दशहरे पर रावण का पुतला जलाया गया तो निश्चित रूप से एनजीटी की शरण में जाना पड़ेगा। क्योंकि, यह मसला केवल धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने का ही नहीं, पर्यावरण प्रदूषण से भी जुड़ा हुआ है।

रावण का पुतला दहन भारतीय संस्कृति के खिलाफ : स्वामी अधोक्षजानन्द

लंकेश भक्त मंडल से जुड़े गोवर्धन के संत स्वामी अधोक्षजानन्द ने कहा, रावण का पुतला जलाया जाना भारतीय संस्कृति के विरुद्ध है। यह सनातन हिन्दू संस्कृति का अपमान है। किसी को जलाया जाना उसका अंतिम संस्कार के समान है और हिन्दू संस्कृति में ऐसा केवल एक बार किया जाता है। किसी का बार-बार पुतला जलाया जाना उसका मखौल उड़ाने के समान है।

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