यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने क्रिसमस को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए है कि धर्मांतरण की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने लाउडस्पीकर को लेकर कहा है कि दौरे में देखा है कि कहीं-कहीं दोबारा लाउडस्पीकर लगाए जा रहे है, जो स्वीकार नहीं किया जाएगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। उन्होंने इस दौरान गृह विभाग और पुलिस के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 25 दिसंबर को क्रिसमस के त्योहार को सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने की व्यवस्था की जाए। साथ ही इस बात पर खास नजर रखी जाए कि धर्मांतरण की घटनाएं न हों। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी धर्मगुरुओं के साथ बातचीत कर शांतिपूर्ण माहौल के बीच क्रिसमस आयोजन मनाया जाना चाहिए। इसके अलावा लाउडस्पीकर, जिन मस्जिदों से हटाए गए थे। वहां दोबारा न लगने पाए।
महिलाओं के प्रति संवेदनशील मामलों में करें कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी ने देर शाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंडल, जोन, रेंज व जिला स्तर के अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की बैठक के दौरान कहा कि उन्होंने देखा है कि कहीं-कहीं धार्मिक स्थलों पर दोबारा लाउडस्पीकर लगा दिए गए हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए सीएम ने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों के खिलाफ अधिकारी संवेदनशीलता से काम करें और उनसे जुड़े प्रकरणों में अभियोजन को और प्रभावी बनाया जाए।
नशेड़ी पुलिसकर्मियों की फील्ड में न लगाए ड्यूटी
दूसरी ओर शहरों में वाहनों के अवैध स्टैंडों के संचालन पर नाराजगी जताते हुए सीएम योगी का कहना है कि ऐसे स्थल आवांछनीय तत्वों का अड्डा बन जाते हैं। इस वजह से अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी जिले में अवैध टैक्सी, बस, रिक्शा स्टैंड संचालित न हो। मुख्यमंत्री योगी ने राज्य में अवैध शराब के धंधे को नेस्तनाबूद करने के लिए छापेमारी करके कार्रवाई करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नशेड़ी पुलिस कर्मियों की फील्ड में ड्यूटी न लगाई जाए।
डिप्टी सीएम, मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारी थे मौजूद
इन सबके अलावा सीएम ने कहा कि थाना और तहसील दिवस को और प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इस मौके पर आने वाली शिकायतों को लंबित न रखा जाए। उसका तत्काल निस्तारण कराया जाए। उन्होंने सभी मंडलायुक्त, पुलिस कप्तान, डीआईओएस, जिलाधिकारी, बीएसए, जिला पूर्ति अधिकारियों को कार्यालय में आम जनों से जरूर मिलने और उनकी समस्याओं के निस्तारण को कहा है। कमिश्नरेट वाले जिलों में सभी डीसीपी के कार्यालय और आवास बनाएं जाएं। अपने-अपने प्रभार वाले क्षेत्र में सभी अधिकारी निवास करें। बैठक में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी डीएस चौहान समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।