यूपी के लखनऊ में स्थित कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में 146 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। बैंक अधिकारियों की सूझबूझ के चलते साइबर जालसाजों के मंसूबों पर पानी फिर गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में स्थित कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में साइबर जालसाजों ने शनिवार दोपहर सेंध लगा दी। इस दौरान खातों से 146 करोड़ रुपए चोरी करने का मामला सामने आया है। लेकिन बैंक अधिकारियों के सतर्क रहने के कारण समय रहते ट्रांसफर हो रहे रुपयों को फ्रीज कर दिया गया। बता दें कि इस पूरे मामले की साइबर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। इस दौरान साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने मामले की जांच करते हुए बैंक के मैनेजर मेवालाल व कैशियर विकास कुमार सहित चार लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। 146 करोड़ की साइबर ठगी का मामला सामने आने बाद हड़कंप मच गया। पुलिस के अनुसार, हजरतगंज स्थित उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक की मुख्य शाखा के अकाउंट में करोड़ों रुपए थे।
अधिकारियों ने समय रहते रुपयों को किया फ्रीज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैंक के अधिकारी शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे बड़ी रकम को सुरक्षित करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया कर रहे थे। इसी दौरान बैंक के अकाउंट से 146 करोड़ रुपये ऑनलाइन डेबिट होने की जानकारी हुई। साइबर ठगी का पता चलते ही बैंक अधिकारी सतर्क हो गए। इसके बाद बैंक अधिकारियों ने अन्य अधिकारियों से मामले की जानकारी ली कि आखिर किस अकाउंट में रुपयों को ट्रांसफर किया जा रहा है। बड़ी रकम होने के कारण यह निकाला नहीं जा सकता था। ऐसे में अधिकारियों ने सफलतापूर्वक समय रहते रुपये फ्रीज करते हुए खाते में वापस करवा लिए। एसपी साइबर क्राइम त्रिवेणी सिंह ने बताया कि यूपीसीबी के अधिकारियों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरूकर दी गई है।
पुलिस दो कर्मचारियों से कर रही मामले की पूछताछ
बताया जा रहा है कि UPCB के खाते से साइबर ठगी करने के मामले में एक पूर्व कर्मचारी की भूमिका संदेह के घेरे में आई है। शक के घेरे में आया पूर्व कर्मचारी और उसका बेटा एक अन्य सदस्य के साथ शनिवार सुबह साढ़े 9 बजे के आसपास यूपीसीबी के ऑफिस पहुंचा था। इस दौरा जब एक कर्मचारी ने उसे अंदर जाने से रोका तो वह पूर्व कर्मचारी होने का हवाला देते हुए बैंक के अंदर चला गया। साइबर क्राइम की पुलिस ने बीते सोमवार को सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर जांच शुरूकर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने बैंक कर्मचारियों के भी बयान दर्ज किए हैं। शुरूआती जांच में सामने आया है कि करोड़ों रुपये की ठगी करने के मामले में यूपीसीबी के ही दो कर्मचारियों की आईडी का प्रयोग किया गया है। साइबर पुलिस इस मामले में दो कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस की कई टीमों ने अलग-अलग चरणों में कर्मचारियों से सवाल-जवाब किए हैं।