गुरुवार 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो गया है। इसलिए इस महीने में कांवड़ यात्रा को लेकर उन मार्गों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। कांवड़िए की भेष में कोई अराजक तत्व शामिल न हों, इस पर भी निगाह रखी जाएगी। इसके निर्देश भी जिलों के अफसरों को दिए गए हैं।
लखनऊ: सावन का महीना आज यानी 14 जुलाई गुरुवार से शुरू हो गया है। राज्य समेत पूरा देश शिवभक्ति में डूबा नजर आ रहा है। कोरोनाकाल के बाद कांवड़ यात्रा का इंतजार कर रहे श्रद्धालु खुशी से झूम उठे। सावन का महीना शुरू होते ही इस यात्रा की शुरुआत हो जाती है। इसे लेकर राज्य में सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए है। डीजीपी मुख्यालय की ओर से सुरक्षा अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
राज्य के इन मार्गों पर होगी हेलीकॉप्टर से निगरानी
कावड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए तीन प्रमुख मार्गों पर हेलीकॉप्टर से सुरक्षा व्यवस्था का सर्वे किया जाएगा। यह मार्ग होंगे हरिद्वार से मेरठ, गोरखपुर से अयोध्या और प्रयागराज से वाराणसी। इन मार्गों पर बड़ी संख्या में कांवड़िए जल लेकर चलते हैं। पीएसी की 150 कंपनी से अधिक कंपनियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया गया है। साथ ही केंद्र से 20 कंपनी केंद्रीय अर्ध सैनिक बल की मांग की गई है। 11 कंपनी फोर्स उपलब्ध भी करा दी गई है, जिसे संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया जा रहा है।
26 जुलाई को बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना
यात्रा के दौरान कांवड़िए के रूप में कोई अराजक तत्व शामिल न हों, इस पर भी निगाह रखी जाएगी। इसके निर्देश भी जिलों के अफसरों को दिए गए हैं। तो वहीं दूसरी ओर ये भी कहना है कि कांवड़ यात्रा भले ही गुरुवार से शुरू हो रही हो, लेकिन अधिक भीड़ 22 जुलाई से 27 जुलाई के बीच रहेगी क्योंकि 26 जुलाई को शिवरात्रि के उपलक्ष्य पर वाराणसी में बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में 26 जुलाई को लेकर विशेष प्रबंध करने के निर्देश स्थानीय पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों को दिए गए हैं। ताकि शांतिपूर्ण यात्रा को संपन्न कराया जा सके।
ज्ञानवापी मामले में कल फिर होगी सुनवाई, हिंदू पक्ष ने दावों को पेश करते हुए कहा- महादेव की है जमीन