मैनपुरी के एडीजे चतुर्थ कोर्ट में सोमवार को हुए गोलीकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। कोर्ट रूम में खुद को गोली मारने वाले युवक के पास तमंचा उसी की पत्नी ने पहुंचाया था। मामले में 10 पुलिसकर्मियों को संस्पेंड करते हुए 7 को जेल भेज दिया गया। मैनपुरी के DM महेंद्र बहादुर सिंह व SP अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
मैनपुरी(Uttar Pradesh ). मैनपुरी के एडीजे चतुर्थ कोर्ट में सोमवार को हुए गोलीकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। कोर्ट रूम में खुद को गोली मारने वाले युवक के पास तमंचा उसी की पत्नी ने पहुंचाया था। मामले में 10 पुलिसकर्मियों को संस्पेंड करते हुए 7 को जेल भेज दिया गया।मैनपुरी के DM महेंद्र बहादुर सिंह व SP अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
बता दें सोमवार को मैनपुरी जिला जेल से हत्यारोपी मनीष को पेशी पर लाया गया था। उसे एडीजे चतुर्थ की कोर्ट में पेश किया गया था। उस पर 2012 में अपने मां बाप और भाई की हत्या करने का आरोप है। न्यायालय में पेशी के दौरान मनीष को पैर में गोली लग गई। कोर्ट रूम में गोली चलने से सनसनी फैल गई। मौके पर एक तमंचा भी बरामद किया गया। घायल हत्यारोपी मनीष ने किसी प्रिंस नाम के युवक पर गोली मारने का आरोप लगाया। हांलाकि पुलिस ने पूरे मामले से पर्दा हटा दिया है।
वकील की मदद से पत्नी ने पहुंचाया था तमंचा
SP मैनपुरी अजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच में अभी तक जो बातें सामने आई हैं उससे ये पता चला है कि कोर्ट रूम में हत्यारोपी के पास तमंचा उसकी पत्नी ने पहुंचाया था। पत्नी के इस काम में एक वकील द्वारा मदद किए जाने की बात सामने आ रही है। हत्यारोपी की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूंछताछ की जा रही है।
10 पुलिसकर्मी संस्पेंड, 7 को भेजा जेल
कोर्ट रूम में गोली चलने के मामले में इंस्पेक्टर न्यायालय सुरक्षा मुकेश मलिक, इंस्पेक्टर सदर हवालात विजय कुमार गौतम, सब इंस्पेक्टर सदर हवालात अजय प्रताप सिंह को सस्पेंड किया गया है। इनकी विभागीय जांच शुरू करा दी गई है। इसके आलावा मुख्य आरक्षी स्थानीय अभिसूचना इकाई विजय सिंह, मुख्य आरक्षी रमाकांत उपाध्याय, सिपाही सत्यवीर सिंह, सिपाही स्थानीय अभिसूचना इकाई दिलीप कुमार, महिला सिपाही कुसुम चाहर, सिपाही प्रदीप राजा, सिपाही योगेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन सभी को जेल भेजा गया है।