यूपी के बदायूं में एक सरकारी गोशाला में चारा खाने के बाद २२ गोवंशों की मौत हो गयी। एक साथ इतने गोवंशीय पशुओं की मौत के बाद हड़कंप मच गया। मरने वाले पशुओं में 11 गाय, सात बछड़े और 4 बछिया शामिल हैं। डीएम बदायूं दिनेश कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बुलायी है।
उत्तर प्रदेश(UTTAR PRADESH ). यूपी के बदायूं में एक सरकारी गोशाला में चारा खाने के बाद २२ गोवंशों की मौत हो गयी। एक साथ इतने गोवंशीय पशुओं की मौत के बाद हड़कंप मच गया। मरने वाले पशुओं में 11 गाय, सात बछड़े और 4 बछिया शामिल हैं। डीएम बदायूं दिनेश कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बुलायी है।
जानकारी के अनुसार बदायूं जिले के कछला नगर पंचायत की अस्थायी गौशाला में चारा खाने के बाद 22 गोवंशीय पशुओं की मौत हो गयी। इसके आलावा 54 जानवर बीमार हो गए हैं। गोवंशों की मृत्यु का कारण पता लगाने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बुलाई गयी है।
पशुओं के शरीर में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ने से हुई घटना
डीएम दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में डॉक्टरों ने कहा है कि पशुओं द्वारा अधिक हरा चारा खाने के कारण उनके शरीर में नाइट्रोजन की मात्रा अधिक हो गयी थी। नाइट्रेट विषाक्तता की वजह से ही उनकी मृत्यु हुई है। जिलाधिकारी ने बताया कि गौशाला के सभी जानवरों को शनिवार रात करीब आठ बजे बाजरे का हरा चारा दिया गया था। मृत सभी जानवरों को दफना दिया गया है।
गोशाला में हरा चारा लाने वालों से की जा रही पूंछताछ
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने बताया कि चारे का नमूना लेकर उसकी जांच कराई जा रही है। इस मामले में गौशाला की देख—रेख करने वाले दो लोगों और चारा आपूर्तिकर्ता को हिरासत में लेकर भी पूछताछ की जा रही है।