सिपाही आशीष कुमार की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने बताया कि आशीष के सिपाही दोस्त ने ही इस वारदात को अंजाम दिया और उसे आत्महत्या की शक्ल देने का प्रयास किया।
मथुरा: नौहझील थाने में तैनात सिपाही आशीष कुमार ने खुदकुशी नहीं की थी। सिपाही की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कई खुलासे किए हैं। रिपोर्ट में सामने आया कि साथी सिपाही ने शराब के नशे में ही पहले आशीष को जमकर पीटा फिर उसे फंदे से लटका दिया। उसके शरीर पर आठ जगह चोटों को निशान भी मिले हैं। जिसके बाद पुलिस ने साथी सिपाही को गिरफ्तार कर मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। यह मृतक के पिता की तहरीर पर साथी सिपाही रोहित के खिलाफ दर्ज की गई है।
नौहझील थाने में तैनात था मृतक सिपाही
गौरतलब है कि मृतक आशीष मेरठ के थाना बहसूमा क्षेत्र के गांव बरावली का रहने वाला था। वह नौहझील थाने में तैनात था। आशीष कस्बा स्थित केनरा बैंक के पीछ ही विपिन कुमार पाठक के आवास में किराए के मकान में रहता था। इस थाने में तैनाता सिपाही रोहित भी उसके साथ ही निवास करता था। आशीष का शव गुरुवार की सुबह रस्सी के सहारे फंदे से लटका हुआ मिला। शव मिले के बाद पिता रविंद्र कुमार ने हत्या की आशंका जताई। दरअसल कमरे के हालात भी उसी ओर इशारा कर रहे थे।
देर रात शराब पीने के बाद हुआ था बवाल
आशीष की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद कई राज से पर्दा उठ गया। साफ हो गया कि पिता की ओर से जो शक जाहिर किया जा रहा है वह सच है। इस बीच पुलिस ने भी शक के गहरा होने पर रोहित से पूछताछ की। वह पहले पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन बाद में उसने जुर्म कबूल कर लिया। एसपी देहात श्रीश्चंद्र ने जानकारी दी कि आशीष और रोहित ने देर रात साथ में शराब पी और इसी बीच दोनों में कहासुनी हो गई। रोहित ने आशीष को पीटा जिसमें आशीष की जान चली गई। इस बीच आशीष ने मोबाइल से कोतवाली प्रभारी से शिकायत करने का भी प्रयास किया लेकिन उससे पहले ही वह बेहोश हुआ और रोहित ने उसे फंदे पर लटका दिया।
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