मेरठ में मैनेजर बनवाने के नाम पर 60 हजार रुपये ठगने का मामला सामने आया है। यह ठगी यहां पर किसान के बेटे के साथ हुई है। अब आरोपित झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दे रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मेरठ : यूपी में ठगी को लेकर आए दिन ऐसे मामले सामने आते है। अब ऐसा ही मामला मेरठ से आया है। जहां पर एक किसान के बेटे को मैनेजर बनवाने का झांसा देकर 60 हजार रुपये ठग लिए गए है। फर्जी नियुक्ति पत्र देने पर किसान ने आरोपित से रुपये वापस मांगे तो उसने अभद्रता करते हुए झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। थाने पर कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत पत्र दिया है।
यह है पूरा मामला
भावनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचगांव पट्टी अमर सिंह निवासी ब्रहम पाल किसान है। दो साल पहले ब्रहम पाल की मुलाकात मुंडाली थाना क्षेत्र के गांव सिसौली निवासी लालमन सिसोदिया से हुई थी। उसने किसान के बेटे मार्शल को टायर कंपनी में मैनेजर बनवाने का झांसा देकर 60 हजार रूपये ठग लिए। एक साल बीत जाने के बावजूद नियुक्ति नहीं मिली तो ब्रहम पाल ने लालमन से रूपये वापस मांगने शुरू कर दिए। जिस वजह से आरोपित ने किसान को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। जिसका पता चलते ही किसान आरोपित के घर पहुंचा, लेकिन उसने अभद्रता करते हुए ब्रहम पाल और उसके बेटे को भगा दिया। शिकायत रहे सीओ सिविल लाइन देवेश सिंह ने संबंधित थाना प्रभारी को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मेरठ से पहले आगरा में पुलिस के साथ हुई ठगी
वहीं रमेश के भाई मुकेश ने बताया कि वह महिला को जानते तक नहीं है। रमेश पहले से ही शादीशुदा और तीन बच्चों के पिता है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही पूरा परिवार परेशान है। इस बीच गांव के ही मनोज तिवारी ने उनसे संपर्क किया और कहा कि वह मुकदमा खत्म करवा देंगे। इसके बाद उनके बीच बात शुरू हुई। 26 अप्रैल को मनोज से मुलाकात हुई। उनके साथ आए व्यक्ति को उसने एसएसपी सुधीर कुमार सिंह का पेशकार बताया। इसी के साथ कहा कि दुष्कर्म के मुकदमे से नाम निकलवाने के लिए 20 लाख रुपए लगेंगे। वह लोग पहले भी इस तरह के काम करवा चुके हैं।
आगरा एसएसपी के नाम पर 20 लाख की ठगी, दुष्कर्म के मामले से नाम हटाने के नाम पर हुआ था सौदा