मेरठ: मृतक के परिवार ने पटाखा फैक्ट्री के मालिक पर लगाए गंभीर आरोप, फरार आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

यूपी के मेरठ में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से वहां पर काम करने वाले चौकीदार की मौत हो गई है। परिवार का आरोप है कि फैक्ट्री मालिक के प्रयास से चौकीदार की जान बचाई जा सकती थी। पुलिस फरार फैक्ट्री मालिक की तलाश कर रही है।

Asianet News Hindi | Published : Aug 28, 2022 5:20 AM IST / Updated: Aug 28 2022, 10:53 AM IST

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के रोहटा क्षेत्र में स्थिति पटाखा फैक्ट्री में बीते शुक्रवार को आग लगने से बड़ा हादसा हो गया था। इस हादसे में वहां के चौकीदार संजय को जिंदा जलता देख महिलाओं में चीखपुकार मच गई थी। महिलाओं की चीखपुकार सुन फैक्ट्री का मालिक गौरव मोहन गुप्ता मौके से फरार हो गए थे। अब इस मामले पर संजय की पत्नी सुलोचना ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ थाने में केस दर्ज किया है। पुलिस ने सुलोचना की तहरीर के आधार पर फैक्ट्री मालिक के खिलाफ गैरइरादतन हत्या की तहरीर दर्ज कर ली है। पीड़ित के परिवार ने गौरव मोहन गुप्ता पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है।

फैक्ट्री मालिक के प्रयास से बच सकती थी चौकीदार की जान
रोहटा क्षेत्र में स्थिति केसरगंज मंडी मे रहने वाले गौरव मोहन गुप्ता की पटाखा फैक्ट्री में शुक्रवार दोपहर आग लगने पर विस्फोट हो गया था। आग लगी देख वहां पर काम कर रही महिलाओं ने चारदीवारी कूद कर अपनी जान बचाई थी। जबकि चौकीदार संजय इस हादसे में जिंदा जल गए थे। हालांकि पुलिस अब फैक्ट्री मालिक की तलाश कर रही है। घटना की जानकारी मिलने पर एफएसओ संतोष कुमार राय ने मौके पर जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। एफएसओ संतोष कुमार राय के अनुसार, फैक्ट्री मालिक को फोन पर बातचीत में चोरी के दौरान आग लगने की बात बोल कर इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है। 

पुलिस मामले की गंभीरता से कर रही जांच
पीड़ित के परिवार और पुलिस का मानना है कि फैक्ट्री के मालिक हादसे के समय फैक्ट्री में मौजूद थे। यदि उन्होंने प्रयास किया होता तो संजय की जान बचाई जा सकती थी। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री में अवेध तरीके से पटाखे बनाए जा रहे थे। वहीं फैक्ट्री में काम करने वाली महिलाओं को दीवार कूदते समय गंभीर चोटें आई हैं। घायल महिलाओं का सीएचसी अस्पताल में मेडिकल करवाया गया है। वहीं एसपी देहात केशव कुमार ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि फैक्ट्र मालिक के पास पटाखे बनाने का लाइसेंस नहीं है। उनके पास पटाखों के भंडारण और उनके विक्रय करने का ही लाइसेंस है। 

फैक्ट्री मालिक पर की जाएगी कार्रवाई
फैक्ट्री में काम करने वाली महिलाओं ने पटाखे बनाने की बात कही है। फैक्ट्री मालिक पर अवैध तरीके से पटाखे बनाने के मामले में कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित के परिवार ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह आठ बजे उनके पति संजय घर से फैक्ट्री गए थे। जहां पर हादसे के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक के परिवार ने आर्थिक मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि मृतक की परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनकी मौत के बाद तीनों बच्चों की जिम्मेदारी मां के कंधों पर आ गई है। मृतक की पत्नी अपने तीनों बच्चों के साथ प्रीति विहार पिल्लेश्वर महादेव मंदिर के पास किराये के मकान में रहती हैं। मुआवजा मिलने से उन्हें आर्थिक मदद मिल जाएगी। 

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