मेरठ पुलिस ने बैंक मैनेजर की गर्भवती पत्नी और मासूम बेटे की हत्या का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि रिश्तेदारों ने ही उनकी निर्ममता से हत्या कर दी थी। आरोपी के फरार होने से पहले ही पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। पुलिस ने मेरठ के हस्तिनापुर बैंक मैनेजर संदीप कुमार की गर्भवती पत्नी और मासूम बेटे की हत्या का खुलासा कर दिया है। पुलिस द्वारा किए गए इस खुलासे में बताया कि उनकी हत्या रिश्तेदारों ने की है। दरकते रिश्तों और दरिंदगी की यह बेहद खौफनाक कहानी है। जिसे सुन कर हर कोई दंग रह गया। पुलिस ने हत्या के आरोप में संदीप के बहनोई हरीश मावी को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। जिसमें आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
रिश्तेदारों ने की मां-बेटे की हत्या
हत्यारोपी हरीश मावी ने पुलिस को बताया कि वह और रिश्तेदार रवि जाटव पूरे परिवार को खत्म करने के इरादे से संदीप के घर गए थे। लेकिन उसे घर पर केवल संदीप की पत्नी और बेटा रूकांश ही मिला। हत्यारोपी ने घर जाते ही संदीप के बारे में पूछा तो शिखा ने उसे बताया कि वह बैंक में है। इतना सुनते ही वह सोफे पर बैठकर उनके आने का इंतजार करने लगा। तभी शिखा ने आरोपी कि बताया कि उसकी सास आने वाली है। इसलिए रवि ने बिना देर किए गर्भवती शिखा की गोद से उसके मासूम बेटे को छीनते हुए उसे बाथरूम में बंद कर दिया। शिखा आरोपी से रूकांश को छोड़ देने की गुहार लगाती रही। शिखा ने आरोपी को तिजोरी की चाभी सौंपते हुए कहा कि सारे जेवर और रूपए ले जाओ, लेकिन उसके परिवार को छोड़ दो।
आरोपियों के सामने गिड़गिड़ाती रही मृतका
मृतका शिखा के गिड़गिड़ाने के बाद भी आरोपियों को उस पर तरस नहीं आया। दोनों के सिर पर परिवार को खत्म करने का खून सवार था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि रवि ने बाथरूम में जाकर पहले उसके बेटे को मार दिया और फिर दोनों ने मिल कर शिखा के दुपट्टे से उसका गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने बताया कि परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर उसने संदीप की बहन डॉली से शादी की थी। जिस कारण संदीप उसे पसंद नहीं करता था। एक बार संदीप के घर चोरी होने पर उसने सारा आरोप हरीश पर लगाया था। इसी बात से चिढ़कर आरोपी ने घटना को अंजाम दे दिया। पुलिस ने आरोपी को मृतक शिखा के परिजनों से मिलवाया। जिसके बाद परिजन उससे घटना के बारे में पूछ रहे थे। लेकिन आरोपी ने उनके सवालों का जवाब नहीं दिया।
पुलिस ने किया डबल मर्डर का खुलासा
इसके बाद पुलिस ने आरोपी हरीश को धमकाते हुए घटनाक्रम के बारे में पूछा तो परिजनों के सामने वह सारे राज खोलने लगा। जिसे सुन कर परिजन सन्न रह गए। मृतक के परिजन आरोपी को फांसी देने की मांग करने लगे। आरोपी को डर था कि हत्या के बाद आरोपी के घर पर कोई परिजन न आ जाए। इसलिए उन दोनों ने मिलकर मां-बेटे की हत्या करने के बाद उनके शवों को बेड में बंद कर बाहर से ताला लगाकर फरार हो गए। अंतिम संस्कार वाले दिन वह परिवार के सामने दोनों की मौत का दुख जता रहा था। लेकिन परिजन उसे शक की नजर से देख रहे थे। आरोपी के फरार होने से पहले पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करनी शुरूकर दी। जिसमें उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
मेरठ कमिश्नरी में ट्रैक्टर लेकर घुसे त्यागी समाज के लोग, पुलिसकर्मियों से भी हुई नोकझोंक