एसडीएम सदर ईशान प्रताप सिंह ने कहा कि हमने बच्चे को गाड़ी से जल्दी हॉस्पिटल भेजा। हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप किया। जिला अस्पताल इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर हरीश ने बताया कि बच्चे की मौत हो गई है।
बरेली (Uttar Pradesh) । लॉकडाउन में दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। भीषण गर्मी में हरियाणा से रायबरेली जा रहे प्रवासियों में बस के अंदर सीट लेने को लेकर जमकर टीपीनगर में धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान दस दिन के बच्चे की मौत हो गई। हालांकि प्रशासन ने महिला की इच्छा पर उसे उसके घर तक निजी गाड़ी से भेज दिया।
यह है पूरा मामला
हरियाणा से प्रवासियों को लेकर चली रोडवेज की एक बस टीपीनगर पहुंची। यहां से प्रवासियों को दूसरी बस के जरिए रायबरेली की ओर रवाना होना था। इस दौरान भीषण गर्मी के बीच प्रवासी दूसरी बस में चढ़ने को लेकर धक्का-मुक्की कर रहे थे। इसमें निशा की गोद में दस दिन का बच्चा भी था। जब वह बस में पहुंची तो महसूस किया कि बच्चे में हलचल नहीं थी। यह देख निशा ने शोर मचाना शुरू कर दिया। आनन-फानन में जिला प्रशासन ने बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
एसडीएम ने कही ये बातें
एसडीएम सदर ईशान प्रताप सिंह ने कहा कि हमने बच्चे को गाड़ी से जल्दी हॉस्पिटल भेजा। हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप किया। जिला अस्पताल इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर हरीश ने बताया कि बच्चे की मौत हो गई है। उसके बाद बच्चे के परिजनों से पूछा गया कि आगे क्या करना चाहते हैं। यहां रुकना चाहते हैं या अपने गृह जनपद जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वो गृह जनपद जाना चाहते हैं इसलिए एक गाड़ी करके उनको रायबरेली भेज दिया गया।
(प्रतीकात्मक फोटो)