मुरादाबाद: ड्रेस कोड लागू होने के बाद बुर्का पहनकर कॉलेज पहुंची छात्राएं, एंट्री नहीं मिलने पर हुआ जमकर हंगामा

यूपी के मुरादाबाद के हिंदू पीजी कॉलेज में बुर्का पहनकर कॉलेज पहुंची छात्राओं को एंट्री नहीं मिलने पर मौके पर जमकर हंगामा हुआ। कॉलेज प्रशासन ने 1 जनवरी से ड्रेस कोड लागू किया है। छात्राओं का कहना है कि बुर्का पहनकर कॉलेज में एंट्री लेना उनका अधिकार है

Asianet News Hindi | Published : Jan 19, 2023 4:13 AM IST / Updated: Jan 19 2023, 09:45 AM IST

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले कि बीते बुधवार को हिंदू पीजी कॉलेज में बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को कॉलेज में एंट्री नहीं मिली। कॉलेज प्रशासन ने ड्रेस कोड का हवाला देकर बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को कॉलेज में एंट्री देने से मना कर दिया। जिसके बाद छात्राओं ने कॉलेज के गेट पर जमकर हंगामा किया। मुस्लिम छात्राओं का कहना है कि बुर्का पहनकर कॉलेज में एंट्री लेना उनका अधिकार है। कॉलेज में बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को एंट्री नहीं मिलने की बात सपा नेताओं और सपा छात्र सभा के पदाधिकारी तक भी पहुंची। जिसके बाद वह भी कॉलेज आ गए। कॉलेज गेट पर सपा छात्र सभा ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान सपा छात्र सभा के पदाधिकारियों की कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यव्रत सिंह रावत और चीफ प्रॉक्टर डॉ. एपी सिंह से भी नोंकझोंक हुई।

मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस
जिसके बाद कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। वहीं हंगामा ज्यादा बढ़ने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बता दें कि ड्रेस कोड के मामले में फिलहाल कॉलेज प्रशासन पूरी सख्ती पर अड़ा हुआ है। एक जनवरी से हिंदू पीजी कॉलेज में ड्रेस कोड लागू हो चुका है। ड्रेस कोड लागू होने के बाद बिना यूनिफार्म के पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। कॉलेज प्रशासन का इसके पीछे तर्क है कि अनुशासन और पठन-पाठन का माहौल बनाने के लिए ड्रेस कोड का सख्ती से पालन किया जा रहा है। जिससे कि बाहरी तत्वों को कॉलेज में आने से रोका जा सके। वहीं कॉलेज में ड्रेस कोड लागू होने के बाद आएदिन हंगामा हो रहा है। 1 जनवरी से ही हिंदू कॉलेज गेट पर नोकझोंक और हंगामे की घटनाएं आएदिन हो रही हैं। 

सभी पर समान तरीके से लागू होगा ड्रेस कोड
वहीं बीते बुधवार को बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को रोकने के बाद सपा छात्र सभा द्वारा इसमें कूदने से मामले ने तूल पकड़ लिया। सपा छात्र सभा के पदाधिकारियों की कॉलेज प्रशासन से मांग थी कि बुर्का पहनकर आई छात्राओं को क्लास रूम तक जाने दिया जाए। लेकिन कॉलेज प्रशासन का साफतौर पर कहना है कि सभी जाति और धर्म के स्टूडेंट्स पर ड्रेस कोड समान रूप से लागू होगा। सभी को ड्रेस कोड का पालन करना होगा। वहीं बिना ड्रेस के किसी को भी कॉलेज के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सपा छात्र सभा जिला अध्यक्ष मोहम्मद असलम चौधरी समेत कई अन्य पदाधिकारी इस दौरान धरने पर भी बैठे। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इस मामले में किसी भी तरह की छूट दिए जाने से इंकार कर दिया।

2 महीने पहले की गई थी ड्रेस कोड की घोषणा
छात्राओं का कहना है कि वह हमेशा बुर्का पहनकर ही क़ॉलेज आ रही हैं। इसलिए उन्हें आगे भी इसकी इजाजत मिलनी चाहिए। कॉलेज के गेट पर हंगामा बढ़ने पर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने छात्राओं और कॉलेज प्रशासन से बात की। जिसके बाद छात्राएं वापस चली गईं। वहीं सपा छात्र सभा द्वारा कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन दिया गया है। सपा छात्र सभा द्वारा मांग की गई है कि छात्राओं को बुर्के में क्लास रूम तक जाने की अनुमति दी जाए। छात्राओं के बुर्का कॉलेज के गेट पर उतरवाना ठीक नहीं है। हिंदू कॉलेज के जीफ प्राक्टर डॉ. एपी सिंह का कहना है कि 2 महीने पहले ड्रेस कोड की घोषणा कर दी गई थीं। इस दौरान सभी स्टूडेंट्स को बता दिया गया था कि 1 जनवरी से ड्रेस कोड में आना होगा। बता दें कि कॉलेज के गेट पर ही मुस्लिम छात्राओं की सुविधा के लिए एक कक्ष बनाया गया है। जहां पर वह अपना बुर्का बदल सकती हैं।

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