यूपी के जिले शाहजहांपुर में पुलिस ने सात सालों बाद मुरादाबाद के गैंगस्टर मुकेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने खुद की ही मौत का खेल रचा ताकि वह अपने ऊपर दर्ज मुकदमों से बचने के साथ-साथ एलआईसी की पॉलिसियों में मोटी रकम हासिल कर सकें।
शाहजहांपुर: अक्सर ऐसा फिल्मों में दिखाया जाता है कि अपराधी अपनी मौत का दिखावा करता है और दूसरी जगह जाकर एक नई पहचान के साथ रहने लगता है। यह सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि असल जिंदगी में भी होता है। इसी तरह का एक मामला उत्तर प्रदेश के जिले शाहजहांपुर से सामने आया है। अपराध की दुनिया में सक्रिय आरोपी मुकेश यादव ने खुद को मृत दिखाकर पिछले सात सालों से शाहजहांपुर में रह रहा था। इतने लंबे समय के बाद अब इस शातिर अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने प्रापर्टी डीलर का काम किया था शुरू
जानकारी के अनुसार आरोपी मुकेश ने अपने ऊपर दर्ज मुकदमों से बचने के साथ-साथ एलआईसी की पॉलिसियों में मोटी रकम हासिल करने और सिक्योरिटी गार्डों के लाखों रुपए के कर्ज से बचने के लिए ऐसा खेल रचता है। खुद को मृत दर्शाने के बाद वह शाहजहांपुर में पार्टी डीलर का काम कर लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम शुरू कर दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। यह पूरा मामला शहर के रोजा इलाके का है, जहां पुलिस को मुखबिर की सूचना पर आरोपी मुकेश को पकड़ने में सफलता हासिल हुई।
आरोपी ने इस तरह से रचा मौत का खेल
मुकेश पिछले सात सालों से अपने आप को मृत घोषित किए हुआ था। उसको गिरफ्तार करने के दौरान पुलिस को मुनेश यादव के नाम से फर्जी कागजात बरामद किए हैं। उसके ऊपर हत्या के प्रयास, लूट, अवैध हथियारों के मामले में मुरादाबाद में सात केस भी दर्ज हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि वह पिछले सात साल पहले उत्तराखंड के खटीमा में मिलीभगत कर मोर्चरी में एक सड़े गले अज्ञात शव को अपने कपड़े पहना दिए। इतना ही नहीं कपड़ों के साथ ही अपना आधार कार्ड भी रखवा दिया। उसके बाद शव के पोस्टमार्टम का खेल रचकर खुद को मृत साबित कर दिया।
एसपी सिटी ने आरोपी को लेकर कही बड़ी बात
खुद को मृत साबित करने के बाद वह पहचान बदलकर रहने लगा। इस मामले में एसपी सिटी संजय कुमार का कहना है कि वह खुद को मृत साबित करने के बाद आरोपी मुकेश यादव ने मिलीभगत कर अपने नाम लाखों रुपए बीमा के हासिल कर लिए। इसके साथ ही आरोपी के खिलाफ दर्ज सारे मुकदमे भी खत्म कर दिए गए है। उसके बाद वह शाहजहांपुर के थाना रोजा के मठिया कॉलोनी में मुनेश यादव के नाम से रहने लगा। इसी बीच उसने अपने प्रॉपर्टी और खुद के फर्जी कागज बना लिया और यहां रहकर प्रॉपर्टी का काम करने लगा।
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