सोनभद्र में इलाज में लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की गई जान, परिजनों ने डॉक्टर समेत पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

सोनभद्र के चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जच्चा बच्चा की मौत के बाद डॉक्टर समेत पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jun 10, 2022 5:59 AM IST / Updated: Jun 10 2022, 01:42 PM IST

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पद को संभालने के बाद जिला अस्पतालों में कई बार औचक निरीक्षण किया ताकि वहां पर हो रही लापरवाही और अव्यवस्था को सुधारा जा सके। लेकिन इसके बावजूद कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। राज्य के सोनभद्र के चोपन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को उपचार के दौरान जच्चा-बच्चा की हालत बिगड़ गई। दोनों की हालत को बिगड़ता देख डॉक्टर ने जच्चा-बच्चा को जिला अस्पताल में रेफर कर दिया। लेकिन वहां पहुंचने पर दोनों की मृत घोषित कर दिया गया।

पुलिस पर भी मृतक के परिजनों ने लगाए आरोप
परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उनका कहना था कि जच्चा बच्चा के ऑपरेशन के लिए प्राइवेट डॉक्टर को बुलाया गया। जबकि सरकारी अस्पताल में एक सर्जन होता है। मामले की जानकारी होते ही मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी केके सिंह ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इतना ही नहीं इस मामले में पुलिस की भी लापरवाही देखने को मिली क्योंकि मृतकों की मौत के बाद उनकी तहरीर भी पुलिस ने नहीं ली। आरोप के बावजूद मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम तक नहीं करवाया गया।

Latest Videos

हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर किया
जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर बाद गर्भवती मधु 23 साल पत्नी करण कुमार निवासी बिल्ली ओबरा को सीएचसी चोपन में भर्ती कराया गया था। शाम को चार बजे डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर प्रसव कराया। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के लिए सरकारी डॉक्टर होते हुए नदारत थे। जिसके बाद प्राइवेट डॉक्टर फीस देकर बुलाए गए। जिसके बाद जच्चा-बच्चा की हालत गंभीर हो गई। डॉक्टर ने जच्चा-बच्चा को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिवार के लोग दोनों को लेकर अस्पताल के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई। 

जच्चा-बच्चा की मौत के बाद सीएचसी पहुंचे परिजन
मौत के बाद परिजन सीएचसी चोपन पहुंचे और स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। इस मामले की जानकारी मिलते ही दल-बल के साथ चोपन थाना प्रभारी श्री कृष्ण अस्पताल पहुंचकर नाराज लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इतना ही नहीं परिजनों ने पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेना मुनासिफ नहीं समझा और ना ही परिजनों की तहरीर लेकर कोई कार्रवाई की। परिजनों को समझा बुझाकर मृतकों के दाह संस्कार करा दिया गया।

जांच के लिए सीएमओ ने गठित की दो सदस्यीय टीम 
वहीं इस पूरे मामले में सीएमओ ने दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। जिसके बाद गुरुवार की देर शाम जांच टीम ने चोपन सीएचसी पहुंचकर जांच की और अपनी रिपोर्ट कल तक सीएमओ को सौंप सकती है। जच्चा-बच्चा की मौत को लेकर लोगों में रोष देखा जा रहा है। जिसकी वजह से डॉक्टरों पर भी कई सवाल खड़े हो रहे है। मृतकों के परिजनों के अनुसार पुलिस की भी लापरवाही का मामला सामने आया है। जांच के बाद ही खुलासा होगा।

PUBG हत्याकांड में नाबालिग बेटे के सामने 10 घंटे तक तड़पती रही मां, वो दरवाजा खोलकर देखता और बंद कर देता

पबजी गेम के चलते मां की हत्या मामले में सामने आया गुमनाम किरदार, बेटे ने कहा- नहीं पसंद था उसका घर आना

Share this article
click me!

Latest Videos

कांग्रेस को गणपति पूजा से भी है नफरत #Shorts
'क्या बेटा इतना बड़ा हो गया जो मां को आंख दिखाए' मोहन भागवत से Arvind Kejriwal ने पूछे 5 सॉलिड सवाल
चुनाव मेरी अग्नि परीक्षा, जनता की अदालत में पहुंचे केजरीवाल #Shorts #ArvindKejriwal
झारखंड में सिर्फ भाजपा ही कर सकती है ये काम #shorts
Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष में क्यों कराया जाता है कौवे को भोजन, क्या है महत्व