छात्रा और उसके दोस्तों का एक और वीडियो वायरल, स्वामी के वकील बोले- निर्दोष हैं चिन्मयानंद

स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले मे आज सोशल मीडिया पर छात्रा का एक और वीडियो वायरल हुआ है। जिसमे छात्रा बोलती हुइ सुनाई दे रही है कि अच्छा होता कि मोदी के मोबाइल से मैसेज करते। वह दोनो दोस्त आपस मे निपट लेते। वीडियो वायरल होने के बाद स्वामी चिन्मयानंद के वकील एक बार मीडिया के सामने आए। लेकिन इस बार उन्होंने छात्रा को मुख्य आरोपी बताकर मीडिया पर भी सवाल खड़े किए हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 26, 2019 3:34 PM IST

शाहजहांपुर( UTTAR PRADESH ). स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले मे आज सोशल मीडिया पर छात्रा का एक और वीडियो वायरल हुआ है। जिसमे छात्रा बोलती हुइ सुनाई दे रही है कि अच्छा होता कि मोदी के मोबाइल से मैसेज करते। वह दोनो दोस्त आपस मे निपट लेते। वीडियो वायरल होने के बाद स्वामी चिन्मयानंद के वकील एक बार मीडिया के सामने आए। लेकिन इस बार उन्होंने छात्रा को मुख्य आरोपी बताकर मीडिया पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि मीडिया से गलती हुई है । मीडिया ने आरोपी छात्रा का साथ देते देते एक बुजुर्ग को जेल पहुंचा दिया।

गौरतलब है स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले मे एसआईटी कल ही छात्रा को जेल भेज चुकी है। लेकिन आज सोशल मीडिया पर छात्रा का कार के अंदर का रंगदारी की बात कबूलते हुए फिर से एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमे छात्रा और उसके दोस्त आपस मे एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है। सभी लोग जुबानी जंग लड़ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद मामला फिर से गरमा गया है। स्वामी चिन्मयानन्द के वकील ने प्रेस कांफ्रेंस कर छात्रा को ही मुख्य आरोपी बताया है। 

छात्रा बोली- अच्छा होता मोदी के मोबाईल से मेसेज करते 
वायरल वीडियो मे छात्रा की आवाज आ रही है जिसमे वह बोल रही है कि मोदी का सिम चुरा लेता है। अच्छा होता उससे मैसेज कर देता। बाद में दोनो दोस्त निपट लेते। हांलाकि इस वीडियो की कोई पुष्टि नहीं की जाती। लेकिन यह वीडियो सोशल साइट्स पर आने के बाद मामले में फिर से भूचाल आ गया है। 

स्वामी के वकील ने कहा छात्रा ही है मुख्य आरोपी 
वीडियो वायरल होने के बाद स्वामी चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने तत्काल प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई । वकील ओम सिंह का कहना है कि छात्रा ने एक साल से यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। लेकिन इस एक साल मे छात्रा खुश होकर सब कहीं घूम रही है। नैनीताल के कुछ फोटो फेसबुक पर अपलोड किए है। इन फोटो को देखकर नही लगता है कि छात्रा का यौन उत्पीड़न हुआ है। छात्रा पीङित नहीं बल्कि मुख्य आरोपी है। उसने गैंग बनाकर स्वामी चिन्मयानंद को फंसाया है। उन्हे बदनाम करने की साजिश रची है। इस वायरल वीडियो से यह साफ़ हो गया है। 

मीडिया पर भी साधा निशाना 
स्वामी चिन्मयानन्द के वकील ओम सिंह यही नही रूके उन्होंने मीडिया को भी कटघरे मे खड़ा कर दिया । उन्होंने कहा कि छात्रा को पीड़ित दिखाकर मीडिया ने मामले को उठाया है । मीडिया से भी गलती हुई है। उन्होंने एक 73 साल के बुजुर्ग स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ खबर चला चलाकर उनको जेल भिजवा दिया है। उन्होंने स्वामी चिन्मयानंद पर लगे आरोपों को पूरी तरह से गलत बताकर उन्हे निर्दोष बताया है। 

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