
लखनऊ (Uttar Pradesh). सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा एसएसपी को सस्पेंड कर दिया। यह कार्रवाई एसएसपी के वायरल वीडियो के पुख्ता होने के बाद हुई। साथ में वैभव ने जिन 5 आईपीएस पर आरोप लगाए थे, उन्हें भी उनके पद से हटा दिया गया है। ताकि जांच प्रभावित न हो। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। योगी सरकार ने पूरे मामले की जांच 15 दिनों के अंदर करने के आदेश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण का कथित वीडियो वायरल हुआ था। ऐसा माना जा रहा है कि इस वीडियो को चैट करने वाली लड़की ने खुद ही रिकार्ड किया और फिर उसे वायरल किया। वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने 5 आईपीएस अफसरों पर खुद को बदनाम करने का आरोप लगाया था। उन्होंने डीजीपी और अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख नोएडा में इसको लेकर केस भी दर्ज कराया था।
आखिर उस वीडियो में क्या था
जानकारी के मुताबिक, वीडियो में वैभव कृष्ण की फोटो और उनकी आवाज के साथ एक अन्य महिला की आवाज सुनाई दे रही थी। दोनों वीडियो में कुछ बातें करते दिख रहे थे। एसएसपी ने वायरल वीडियो पर अपनी सफाई में कहा था, उसमें पीछे से किसी लड़की की आवाज आ रही है। लेकिन जो वीडियो है उसमें कोई लड़की मौजूद नहीं है। वीडियो में कुछ अलग तरह की बातें कही जा रही हैं। उसमें मेरी फोटो डाली गई।
जांच में सही पाया गया वीडियो
इस वायरल वीडियो की जांच गुजरात के एक फोरेंसिक लैब में कराई गई। रिपोर्ट आते ही वैभव कृष्ण को सस्पेंड कर दिया गया। फोरेंसिक जांच में यह सामने आया है कि वीडियो सही है, साथ ही यह भी साबित हो गया कि यह वीडियो मॉर्फ्ड नहीं है। वीडियो की एडिटिंग, कटिंग, मिक्सिंग और मॉर्फिंग नहीं की गई थी।
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