श्मशान में जल रही थी चिता, अचानक शख्स पहुंचा और पानी फेंक ठंडी कर दी चिता की आग

लखनऊ के बैकुंठधाम में अंतिम संस्कार के लिए जलती चिता पर एक युवक ने पानी फेंक कर आग बुझा दिया

Asianet News Hindi | Published : Oct 28, 2019 6:05 PM IST / Updated: Oct 28 2019, 11:38 PM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh ). लखनऊ के बैकुंठधाम में अंतिम संस्कार के लिए जलती चिता पर एक युवक ने पानी फेंक कर आग बुझा दिया। जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर जब पुलिस ने पहुंच कर माजरा समझा तो उसके होश उड़ गए। दरअसल चिता पर पानी फेंकने वाला युवक मृतक का साला था। उसने अपने जीजा की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। 

मामला राजधानी लखनऊ के बैकुंठ धाम का है। दरअसल थाना गाजीपुर के संजय गांधी पुरम निवासी पंकज उपाध्याय (51) पुत्र स्वर्गीय नारायण उपाध्याय के शव को अंतिम संस्कार के लिए बैकुंठधाम लाया गया था। चिता को भतीजे नमन उपाध्याय व अमन उपाध्याय ने मुखाग्नि दी। इस बीच पंकज के साले पूर्व पार्षद राजेंद्र शुक्ला अपनी पत्नी के साथ वहां पहुंचे और हत्या का आरोप लगाते हुए अंतिम संस्कार रोकने की मांग कर हंगामा करने लगे और जलती चिता पर पानी डालकर बुझा दिया। 

प्रॉपर्टी के विवाद में हत्या का आरोप 
जलती चिता पर पानी डालकर बुझाने वाले मृतक के साले ने प्रॉपर्टी के विवाद में जीजा की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। साले ने जीजा के शव का अंतिम संस्कार होने से रोक दिया। जबकि दूसरी ओर भतीजे ने अंतिम संस्कार बीच में रोकने पर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक हंगामा जारी रहा। पुलिस ने तहरीर लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। 

2016 में हो गई थी बहन की मौत 
मृतक के साले राजेंद्र के मुताबिक़ प्रॉपर्टी के विवाद में उनके जीजा की हत्या की गई है। वर्ष 2016 में कार एक्सीडेंट में उनकी बहन मनोरमा उपाध्याय की मौत हो चुकी हैं। मनोरमा की एक लड़की है, जो कक्षा पांच की छात्रा है। राजेंद्र शुक्ला ने बच्ची की सुरक्षा की पुलिस से मांग की। 

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