इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की मदद से अवैध तरीके से मिली थी विदेशी जमातियों को शरण, अब खुली पोल

पुलिस ने प्रयागराज में 16 विदेशियों समेत 30 लोगों को गिरफ्तार किया है इनमे एक इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी शामिल हैं। ये सभी लोग दिल्ली के निजामुद्दीन  मरकज में शामिल हुए थे और इसकी जानकारी देने के बजाय उसे छिपाने में लगे थे। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 21, 2020 5:19 AM IST

प्रयागराज(Uttar Pradesh).  कोरोना वायरस से चल रही जंग में यूपी पुलिस ने भी अब नियमों का पालन न करने वालों व कोई जानकारी छिपाने वालों के खिलाफ सख्त हो गई है। पुलिस ने प्रयागराज में 16 विदेशियों समेत 30 लोगों को गिरफ्तार किया है इनमे एक इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी शामिल हैं। ये सभी लोग दिल्ली के निजामुद्दीन  मरकज में शामिल हुए थे और इसकी जानकारी देने के बजाय उसे छिपाने में लगे थे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने ही इन विदेशी जमातियों को आश्रय दिया था। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। अब इनकी मेडिकल जांच कराने के साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। 

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर शाहिद को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके साथ ही पुलिस ने 16 विदेशी जमातियों समेत 30 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे और इन्होने इसकी जानकारी प्रशासन को देने के बजाय छिपा ली थी। विदेशी जमातियों को लॉकडाउन लागू होने पर दिल्ली से बिहार जाते वक्त प्रयागराज में प्रोफेसर शाहिद की मदद से अब्दुल्ला मस्जिद में बिना प्रशासनिक जानकारी के रोका गया था। विदेशियों को बिना सूचना के ठहराने और महामारी एक्ट के तहत प्रोफेसर शाहिद को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बीते दिनों इंडोनेशिया के सात नागरिकों समेत नौ लोगों को पुलिस ने शहर की मस्जिद से गिरफ्तार किया था। जिसमें जमातियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ था कि प्रोफेसर शाहिद की मदद से इन सभी को लॉकडाउन के दौरान ठहरने की व्यवस्था कराई गई थी। 

खुद भी दिल्ली के जमात में शामिल हुए थे प्रोफेसर शाहिद 
जमातियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूंछताछ के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि उन्हें शहर में शरण दिलाने वाले प्रोफेसर भी जमात में शामिल हुए थे। प्रयागराज के रसूलाबाद इलाके में रहने वाले प्रोफेसर शाहिद भी तबलीगी जमात में शामिल होकर शहर में लौटें थे। जिसकी जानकारी उन्होंने तमाम हिदायतों के बावजूद प्रशासन को नहीं दी। सूचना पर पुलिस ने प्रोफेसर समेत उनके पूरे परिवार को क्वारंटाइन में रखा। हालांकि जांच में प्रोफेसर का परिवार कोरोना नेगेटिव पाया गया। जिसके बाद उन्हें घर भेज दिया गया। 

शहर के दो थानों में दर्ज हुआ प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा 
बीत दिनों शहर के करेली इलाके में 11 जमातियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिनमें थाईलैंड के नौ नागरिक भी शामिल थे। इन सभी के खिलाफ शहर के करेली थाने में मुकदमा दर्ज करके क्वारंटाइन किया गया था। पुलिस के मुताबिक प्रोफेसर और 16 विदेशियों समेत कुल 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी लोगों को मजिस्ट्रेट के सामने मंगलवार को पेश किया जाएगा जिसके बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। 

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