लखनऊ(Uttar Pradesh ). कोरोना संकट में यूपी पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की है। एक फोन पर पुलिस लोगों की सेवा को हाजिर है। प्रदेश की डॉयल 112 सेवा इस लॉक डाउन में लोगों के लिए बड़ा सहारा बन कर सामने आई आई है। सुल्तानपुर में एक बीमार बुजुर्ग को दवा पहुंचाने के लिए चार जिलों की सात पीआरवी ने 150 किलोमीटर की यात्रा तय कर वक्त पर मदद पहुंचाई। पुलिस जब दवा लेकर गांव पहुंची तो बुजुर्ग की आंखें नम हो गईं।
दरअसल लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में रहकर नौकरी करने वाले सुल्तानपुर जिले के निवासी अनुराग पांडेय ने एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने लिखा कि वह सुलतानपुर जिले के परसीतारा गांव का रहने वाला है। गांव में उसके चाचा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उनकी दवा खत्म हो गई है। चूंकि वह दवा लखनऊ में ही मिल सकती थी इसलिए उसने उत्तर प्रदेश पुलिस से मदद की अपील की। जिसके बाद पुलिस अधिकारी हरकत में आए और तुरंत दवा पहुंचाने का आदेश दिया गया।
चार जिलों की सात पीआरवी ने मिलकर पहुंचाई दवा दवा लेकर लखनऊ के ठाकुरगंज से पीआरवी 4555 करीब 20 किमी. दूर गोसाईंगंज पहुंची। वहां पीआरवी 4590 को दवा अगले थानाक्षेत्र की पीआरवी को सौंपने को कहा। गोसाईंगंज की पीआरवी ने दवा का पैकेट बाराबंकी सीमा पर लोनीकटरा की पीआरवी 1728 को दिया। लोनीकटरा से दवा हैदरगढ़ की पीआरवी 1697 को दी जिसने अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना के हजारीगंज बाॅर्डर पर पीआरवी 2796 तक पैकेट पहुंचाया गया। यहां से पीआरवी दवा लेकर 15 किलोमीटर दूर कमरौली थाना क्षेत्र पहुंची। यहां से पीआरवी 2790 ने दवा का पैकेट जगदीशपुर बार्डर पर पीआरवी 2786 को सौंपा। इसके बाद दवाएं सुल्तानपुर जनपद के बार्डर पर स्थित बल्दीराय थाना की पीआरवी 2845 तक पहुंचाई गईं। बल्दीराय थाने की पीआरवी ने दवा अनुराग के घर तक पहुंचाई।
दवा मिलने के बाद पूरे परिवार ने पुलिस का जताया आभार बल्दीराय थाने की पीआरवी ने जब दवा अनुराग के चाचा मुरलीधर को दी तो उनका चेहरा खिल उठा। आसपास के लोग भी इकट्ठा होने लगे। सभी ने यूपी पुलिस के इस नेक कार्य की प्रशंसा की। लोगों ने पुलिस का आभार जताया।