पीलीभीत में एक दूल्हा शादी के सात फेरे लेने से पहले थाने पहुंच गया। शादी के लिए दोस्तों संग कार से निकले दूल्हे राजा को पुलिस ने हिरासत में ले लिए और थाने ले आई। हांलाकि बाद में अनुमति पत्र देखने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
पीलीभीत(Uttar Pradesh ). पूरा देश इस समय कोरोना संकट से जूझ रहा है। देश में लॉकडाउन किया गया है और परिवहन सेवाओं, ट्रेन आदि को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। लोगों को घर से निकलने में भी पाबंदी लगाई गई है। गुरुवार को यूपी के पीलीभीत में एक दूल्हा शादी के सात फेरे लेने से पहले थाने पहुंच गया। शादी के लिए दोस्तों संग कार से निकले दूल्हे राजा को पुलिस ने हिरासत में ले लिए और थाने ले आई। हांलाकि बाद में अनुमति पत्र देखने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
मामला यूपी के पीलीभीत का है। यहां के थाना बीसलपुर निवासी देवदत्त पुत्र मड़े सिंह (22) कार पर सवार होकर बारातियों के संग शादी करने के लिए निकला था। उसकी बारात शाहजहांपुर जनपद के थाना जहानाबाद इलाके में जा रही थी। बारात शाहजहांपुर की सीमा पर पहुंची ही थी कि पुलिस ने उसे चेकपोस्ट पर रोक लिया। पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन की बात कहते हुए उसे थाने ले आई।
अनुमति पत्र देखने के बाद पुलिस ने छोड़ा
मामले की जानकारी जब सीओ बीसलपुर को हुई तो वह भी थीं पहुंच गए। उन्होंने दूल्हे से जब पूंछताछ की तो उसने अपरजिलाधिकारी द्वारा जारी किया गया अनुमति पत्र दिखाया। जिसके बाद अपर जिलाधिकारी द्वारा जारी अनुमति पत्र का क्रॉसचेक कराने के बाद सीओ के निर्देश पर दूल्हे व उसके दोस्तों को छोड़ दिया गया।
पीलीभीत बना यूपी का पहला कोरोना मुक्त जिला
उत्तर प्रदेश में पीलीभीत पहला कोरोना मुक्त जिला बना है। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पीलीभीत प्रदेश का पहला ऐसा जनपद है जो कोरोना प्रभाव से पूरी तरह मुक्त हो गया है। उन्होंने बताया कि पीलीभीत में कोरोना के दो केस पॉजिटिव थे, जो उपचार के बाद स्वस्थ हो गए और उन्हें घर भेज दिया गया। जिला प्रशासन की अच्छी व सतर्क कार्यशैली से वहां कोई नया केस सामने नहीं आया।