यूपी के गोरखपुर में बीते दिनों नदी किनारे पोखरे में मिले नर्सिंग की छात्रा के शव मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस जहां मामले को सुसाइड मानकर चल रही थी, वहीं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने पुलिस की इस थ्योरी को पूरी तरह से पलट दिया है। छात्रा द्वारा भेजे गए आखिरी वीडियो के आधार पर पुलिस मामले को सुसाइड मान रही थी।
गोरखपुर (Uttar Pradesh). यूपी के गोरखपुर में बीते दिनों नदी किनारे पोखरे में मिले नर्सिंग की छात्रा के शव मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस जहां मामले को सुसाइड मानकर चल रही थी, वहीं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने पुलिस की इस थ्योरी को पूरी तरह से पलट दिया है। छात्रा द्वारा भेजे गए आखिरी वीडियो के आधार पर पुलिस मामले को सुसाइड मान रही थी।
क्या है पूरा मामला
बेलघाट थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव के रहने वाले प्रेम नरायण सिंह सिंचाई विभाग में ऑपरेटर के पद पर तैनात हैं। परिवार के साथ बेतियाहाता में किराए के कमरे में रहते हैं। दो बेटी और एक बेटा में बड़ी तान्या थी। वो गंगोत्री देवी स्कूल ऑफ नर्सिंग से नर्सिंग का डिप्लोमा कर रही थी। बीते 3 फरवरी की दोपहर वो दाउदपुर स्थित एक नर्सिंग होम में इंटरव्यू की बात कहकर घर से निकली थी। देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिवारवालों ने खोजबीन शुरू की। कैंट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई। 6 फरवरी को उसका शव राप्ती नदी किनारे मूर्ति विसर्जन के लिए खोदे गए पोखरे में मिला।
छात्रा के मोबाइल से भाई को भेजी गई थी ये फोटो
शव के पास मिले पर्स में आधार कार्ड, नर्सिंग कोर्स का आई कार्ड, कुछ रुपए और चार फोटो बरामद हुई थी। बहन का शव मिलने के बाद छोटे भाई आदित्य प्रताप सिंह ने पुलिस को बताया था, 3 फरवरी को बहन ने घर से निकलने के कुछ देर बाद उसके व्हाट्सअप पर कलाई की नस काटने का फोटो भेजा था। ये बात उसने घरवालों को नहीं बताई थी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में निकली ये बात
छात्रा के भाई के बताने के अनुसार छात्रा की बायीं कलाई पर काटने के निशान थे। बाकी शरीर में कहीं भी चोट के निशान नहीं थे। जिसके बाद पुलिस से आत्महत्या का मामला समझ रही थी। लेकिन तान्या की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कहती है कि छात्रा की मौत गला दबाकर हुई है। रिपोर्ट आने के बाद पुलिस अब नए सिरे से जांच में जुट गई है।