
प्रतापगढ़: समाजवादी पार्टी को प्रतापगढ़ जिले से एक बड़ा झटका मिला है। पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने बीजेपी को छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थामा था। अब उन्होंने सपा का भी दामन छोड़ दिया है। प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने इस बात की जानकारी दी है। पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि 3 जनवरी 2022 को मैंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी। लगभग 8 महीने तक सपा में रह कर अपनी क्षमता के अनुसार पार्टी और संगठन के लिए हरसंभव काम किया है। लेकिन समयाभाव और अपने स्वभाव के चलते समाजवादी पार्टी में खुद को असहज महसूस कर रहा हूं। इसलिए समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं।
सपा में शामिल होने का फैसला गलत
पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मातृ संगठन के जिस आचरण और शुरू से जो पारिवारिक संस्कार मुझे मिले थे, इस दल से मैं खुद को विरक्त महसूस कर रहा था। मुजे लगा रहा है कि 8 महीने पहले मेरे द्वारा लिया गया निर्णय पूरी तरह से गलत था। पूर्व विधायक ब्रजेश सौरभ द्वारा सपा में जाने पर पार्टी को एक ब्राह्मण चेहरे वाला बड़ा नेता मिल गया था। अब उनके पार्टी छोड़ने पर सपा की ब्राह्मणों को लेकर स्थिति एक बार फिर बिगड़ती नजर आ रही है। सवर्णों के बड़े नेता के रूप में पहचाने जाने वाले बृजेश मिश्र सौरभ के पार्टी छोड़ने पर सपा को करारा झटका मिला है।
सपा में दिखा राष्ट्रवाद का अभाव
पूर्व विधायक ने संवाददाताओं से कहा कि सपा की नीति में राष्ट्रवाद का अभाव है। मैं हमेशा से ही राष्ट्रप्रेम, और राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत वाले माहौल में रहा हूं। इसलिए मेरा स्वभाव वहां की स्थितियों से मिलान नहीं कर पाया।
राजनीति से कुछ समय लेंगे विश्राम
उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रवादी सोच के हैं और पार्टी की सोच राष्ट्रवादी नहीं है। इसीलिए वह पार्टी में असहज महसूस कर रहे थे। वहीं राजनीति के अगले चरण के बारे में बात करते हुए पूर्व विधायक बृजेश मिश्र ने बताया कि फिलहाल वह आगे की राजनीति के बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन वह राजनीति से विश्राम करना लेना चाहते हैं। पूर्व विधायक बृजेश मिश्र ने कहा कि आगे की रणनीति के बारे में वह जल्द ही बताएंगे। अपनी बात पूरी करते हुए उन्होंने लाल टोपी को उतार कर कहा कि अब उनका और सपा का कोई रिश्ता नहीं है।
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