यूपी के प्रयागराज में बिजली के करंट की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई। इसी वजह से नाराज ग्रामीणों ने विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए चक्का जाम कर दिया। मौके पर पुहंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों में बिजली के करंट की चपेट में आने से लोगों की मौत हुई। जिसका गुस्सा ग्रामीणों में देखने को मिलता है। इसी कड़ी में राज्य की संगम नगरी प्रयागराज में बिजली के करंट की चपेट में आने से एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें एक व्यक्ति भी झुलस गया है। इस भयावह हादसे के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस दुर्घटना से लोगों के अंदर गुस्सा भरा हुआ है, इस वजह से चक्काजाम कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे सीओ मेजा अमित सिंह, एसडीएम कोरांव व एसओ कोरांव आदि घटनास्थल पर पहुंत गए।
करंट की चपेट में आने से इन लोगों की हुई मौत
जानकारी के अनुसार प्रयागराज के गाढ़ा गांव के चिंतामणि (45) के घर के सामने लगे पोल में शुक्रवार सुबह करंट दौड़ने लगा। इस दौरान परिवार का ही बालक दीपांशु (7) खेलते हुए पोल से छू गया और वही छटपटाने लगा। उसे बचाने के लिए चिंतामणि और अशोक कुमार (35) दौड़े लेकिन दिव्यांशु समेत चिंतामणि और अशोक की भी करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति सन्त लाल पुत्र रामदुलार गंभीर रुप से झुलस गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बच्चे को बचाने में अन्य लोग भी आए चपेट में
मेजा की क्षेत्राधिकारी अमिता सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह सात बजे के आस पास दीपांशु (सात) बिजली के खंभे के पास खेल रहा था और खेलने के दौरान उसने बिजली के खंभे को पकड़ लिया जिसमें करंट था। उन्होंने आगे बताया कि बच्चे को बचाने के क्रम में वहां पर मौजूद दो अन्य व्यक्ति भी करंट की चपेट में आ गए जिससे बच्चे समेत तीनों की मृत्यु हो गई। वहीं मृतकों में दीपांशु (सात) , चिंतामणि (35) और अशोक कुमार (27) शामिल हैं। पुलिस ने सभी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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