उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी तंज कसा था कि कांग्रेस के पास इतने लोग ही नहीं हैं तो हस्ताक्षर कैसे हो गए? खैर, यहां से खड़े हुए सवाल का पीछा किया तो कांग्रेस की 'आंतरिक रणनीति' को आंकड़ों ने जाहिर किया।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । कांग्रेस पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति को कृषि कानूनों के खिलाफ बीते दिनों दो करोड़ हस्ताक्षर सौंपा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें एक चौथाई भागीदारी सिर्फ यूपी कांग्रेस की है। बिना जोरशोर और अभियान के 50 लाख किसानों से हस्ताक्षर कराने का दावा कर रही है। वही, हैरानी की बात यह है कि किसान कांग्रेस और युवक कांग्रेस को इसकी भनक नहीं है। बताते चले कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधित तीन कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में कांग्रेस सहित कई गैर भाजपाई दल भी हैं।
किसान महापंचायत करने वाले तरुण को भी नहीं पता
हाल ही में 29 जिलों की किसान महापंचायत कराने वाले किसान कांग्रेस मध्य जोन के अध्यक्ष तरुण पटेल को भी इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि यह अभियान मुख्य कांग्रेस ने चलाया होगा। हो सकता है पश्चिम इकाई शामिल रही हो।
ऐसे ताल गए सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ललितपुर में यात्रा निकालते समय अरेस्ट कर लिए गए थे, इसलिए पहला सवाल प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह से किया कि दो करोड़ हस्ताक्षर में उत्तर प्रदेश की भागीदारी कितनी है? बोले कि शायद युवक कांग्रेस ने हस्ताक्षर अभियान चलाया था। पुष्ट जानकारी लेनी होगी। इस पर युवक कांग्रेस पूर्वी जोन के अध्यक्ष कनिष्क पांडेय से पूछा तो वह बोले कि ऐसे किसी अभियान में युवक कांग्रेस शामिल नहीं हुई। कांग्रेस की मुख्य इकाई ने अभियान चलाया होगा।
डिप्टी सीएम ने कसा तंज
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी तंज कसा था कि कांग्रेस के पास इतने लोग ही नहीं हैं तो हस्ताक्षर कैसे हो गए? खैर, यहां से खड़े हुए सवाल का पीछा किया तो कांग्रेस की 'आंतरिक रणनीति' को आंकड़ों ने जाहिर किया।