यूपी के मेरठ के मंगतपुरम बस्ती के लोगों ने शुक्रवार को SSP ऑफिस पहुंच धर्म परिवर्तन कराने वाले लोगों के खिलाफ आवाज उठाई है। लोगों का आरोप है कि उनपर जबरन धर्म परिवर्तन क ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया जा रहा है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। हिंदू बस्ती के लोगों को बहला-फुसलाकर उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। शुक्रवार को मंगतपुरम बस्ती के लोगों ने SSP ऑफिस पहुंचकर मामले की शिकायत की। इस दौरान लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा है। इसके लिए उन लोगों को प्रलोभन भी दिया जा रहा है। इसके बाद भाजपा महानगर मंत्री दीपक शर्मा भी पुलिस दफ्तर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के लोगों पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया जा रहा है।
कोरोना काल में शुरू हुआ था धर्म परिवर्तन का खेल
बस्ती वालों ने बताया कि 400 से अधिक लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने मामले की जांच कराने की मांग की है। लोगों ने कहा कि इसके पीछे किसका हाथ है और ऐसे कितने लोग हैं जिन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया है। जो लोग गुमराह हुए हैं, उन्हें हिंदू धर्म में वापस लाया जाएगा। बस्ती वालों ने बताया कि धर्म परिवर्तन का खेल कोरोना काल में 2 साल पहले लॉकडाउन के दौरान शुरू हुआ था। क्योकि इस दौरान काम-धंधा बंद होने के कारण लोगों के पास रोजी-रोटी की कोई जरिया नहीं था और लोगों के पास काम और पैसे की दिक्कतें थी।
बस्ती में बनाई अस्थाई चर्च
इस दौरान कुछ ईसाई लोग उनकी बस्ती में आ गए। उन लोगों ने बस्ती के लोगों को खाने-पीने का सामान मुहैया करवाया। वहीं कुछ लोगों की पैसे देकर मदद की गई। जब बस्ती के लोग उन पर भरोसा करने लगे तो अब वह उन लोगों पर धर्म परिवर्तन कर ईसाई बनने का दबाव डालने लगे। बस्ती में रहने वाले लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बस्ती में अस्थाई चर्च भी बनाई गई है। लोगों का आरोप है कि वह लोग 400 लोगों को अपने प्रभाव में लेकर धर्म परिवर्तन कराने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। साथ ही पीड़ित लोगों ने बताया कि उन्हें देवी-देवताओं की पूजा करने से भी रोका जा रहा है। लोगों की मांग है कि जबरन कराए जा रहे धर्म परिवर्तन को रोका जाए और सनातन धर्म को मानने वालों को उनके धर्म का पालन करने दिया जाए।