पुजारी राजूदास ने कहा कि नूर देश के 75 प्रतिशत मुस्लिमों की भाषा बोल रहे हैं। अल्लाह की देन बच्चे नहीं हैं। इनकी मानसिकता जनसंख्या बढ़ाओ और संसाधन पर कब्जा करो की है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को जातिवादी मानसिकता को छोड़कर जागरूक होने की जरूरत है। ऐसी भाषा शैली बोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जो संविधान को माने वह ठीक, जो संविधान को नहीं मानेगा वह देश में रहने लायक नहीं।
अयोध्या: हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास का एआईएमआई (AIMIM) के जिलाध्यक्ष गुफरान नूर के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पुजारी राजूदास ने कहा कि नूर देश के 75 प्रतिशत मुस्लिमों की भाषा बोल रहे हैं। अल्लाह की देन बच्चे नहीं हैं। इनकी मानसिकता जनसंख्या बढ़ाओ और संसाधन पर कब्जा करो की है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को जातिवादी मानसिकता को छोड़कर जागरूक होने की जरूरत है। ऐसी भाषा शैली बोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जो संविधान को माने वह ठीक, जो संविधान को नहीं मानेगा वह देश में रहने लायक नहीं।
मुसलमानों से की ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील
एआईएमआईएम (AIMIM) पार्टी के अलीगढ़ (Aligarh) जिलाध्यक्ष गुफरान नूर का एक विवादित बयान इन दिनों सुर्खियों में है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में गुफरान नूर मुसलमानों के एक समूह से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील कर रहे हैं। वीडियो में अलीगढ़ में AIMIM के जिलाध्यक्ष कह रहे हैं, ‘हमें कम बच्चे करने को कहा जाता है। जब तक बच्चे न होंगे तब तक कैसे हम राज करेंगे, कैसे ओवैसी साहब प्रधानमंत्री बनेंगे? कैसे शौकत साहब मुख्यमंत्री बनेंगे? हमें डराया जा रहा, क्यों बंद करें बच्चे? यह शरीयत के खिलाफ है.’ वीडियो वायरल होने के बाद अयोध्या के साधु संतों की भी तीखी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने इस बयान को विक्षिप्त मानसिकता वाला बताया।
इस वीडियो के संबंध में जब जिलाध्यक्ष गुफरान नूर से बात की गई तो वह अपने बयान पर अडिग रहे. हालांकि उन्होंने कहा कि यह बात उन्होंने तब कही थी जब कुछ लोग आपस में बैठकर जनसंख्या पर चर्चा कर रहे थे. एक मिनट के इस वीडियो में एआईएमआईएम पार्टी के अलीगढ़ जिला अध्यक्ष गुफरान नूर कहते हुए सुनाई दे रहे है कि ओवैसी साहब कहते अल्लाह से डरो, लेकिन जब कांग्रेस, बसपा और सपा की स्पीच शुरू होती ही तो वो डराते हैं भाजपा से. पहले तो यही फर्क कर लीजिए. अच्छा हम लोग मुस्लमान कौम है ना, ईमान से भी नीचे चली गई और हर तरीके से नीचे चली गई है।