काशी के मूर्तिकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी सरकार से मदद मांगी है। विश्वनाथ नगरी के मूर्तिकारों का कहना है कि हमारे कारोबार को फिर से शुरू करने के लिए सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए। मूर्तिकारों का यह भी कहना है कि हमें कम दरों पर बिजली चाहिए, महोबा खदान बंद हो चुकी है। वहां से हमें सस्ते दामों में पत्थर मिल जाते थे। उसे फिर से शुरू करना चाहिए।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के जिले वाराणसी में सात मार्च को सातवें व अंतिम चरण का मतदान होना है। तो वहीं दूसरे ओर काशी के मूर्तिकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी सरकार से मदद मांगी है। विश्वनाथ नगरी के मूर्तिकारों का कहना है कि हमारे कारोबार को फिर से शुरू करने के लिए सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए। मूर्तिकारों का यह भी कहना है कि हमें कम दरों पर बिजली चाहिए, महोबा खदान बंद हो चुकी है। वहां से हमें सस्ते दामों में पत्थर मिल जाते थे। उसे फिर से शुरू करना चाहिए।
मूर्तिकारों से जुड़े वाराणसी के कारीगरों, व्यवसायियों और मजदूरों ने सरकार से यह अनुरोध किया है कि वे अपनी मजदूरी में वृद्धि करें ताकि उनकी आजीविका में सुधार हो सके। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से सांसद भी है और उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव भी चल रहा है।
वाराणसी में कम हुई मूर्तिकारों की संख्या
बता दे कि बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में लगभग तीन से चार हजार परिवार मूर्तिकार (पत्थर पर नक्काशी) के कारोबार से जुड़े थे। जिनकी संख्या अब घटकर 300 से 250 परिवारों तक रह गई है। काशी में मूर्तिकारी रानीपुर, माधवपुर, सुदामापुर, रामनगर, संकुलधारा, पोखरा क्षेत्रों में की जाती है।
वर्तमान में इस कारोबार की मुख्य कमी मजदूरी है। इसी कारणवश से न तो कारीगर और न ही व्यापारी कोई लाभ कमा पा रहे हैं। वहां के लोगों का कहना है कि मोदी सरकार स्टोन आर्ट को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रही है। लेकिन इसके साथ ही उन्हें बिजनेस को फिर से पटरी पर लाने के लिए भी कदम उठाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री का वाराणसी में था दौरा
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के सियासी संग्राम के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए काशी की सड़कों पर उतरें थे। सातवें चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दो दिन चार और पांच मार्च को प्रचार थमने तक पीएम वाराणसी में ही थे। काशी में भाजपा के प्रचार अभियान को धार देने के लिए पीएम का रथ 26 घंटे तक घूमा था।
चार मार्च को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में गोदौलिया से मैदागिन तक रोड शो किया। काशी विश्वनाथ धाम में मत्था टेकने के बाद वे सोनारपुरा होते हुए लंका स्थित मालवीय प्रतिमा पर माल्यार्पण करें तो वहीं अगले दिन पांच मार्च को पीएम खजूरी में एक जनसभा को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री चार मार्च को वाराणसी के तीन विधानसभा क्षेत्रों कैंट, शहर उत्तरी और शहर दक्षिणी में रोड शो किया था।