पूर्व विधायक रोशल लाल वर्मा की बिल्डिंग और प्ल़ट की नाप प्रशासन की ओर से शुरू कर दी गई है। रोशल लाल के खिलाफ मिली शिकायत के बाद राजस्व की टीम दल-बल के साथ बिल्डिंग और प्लॉट का नाप-जोख करने के लिए पहुंची।
शाहजहांपुर: स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद पूर्व विधायक और प्रत्याशी रोशन लाल वर्मा की बिल्डिंग और प्लॉट की नाप प्रशासन की ओर से शुरू कर दी गई है। मामले में रोशल लाल की ओर से मिली शिकायत के बाद राजस्व विभाग की टीम एक्टिव मोड में नजर आईं। टीम दल-बल के साथ बिल्डिंग और प्लॉट का नाप-जोख करने के लिए पहुंची। वहीं राजस्व की टीम पहुंचने पर सपा प्रत्याशी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए। मामले में सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई गई है।
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए रोशल लाल वर्मा की बिल्डिंग और प्लॉट की राजस्व की टीम ने बारीकी से नाप-जोख की। इस दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस की टीम की भी मौजूदगी रही। राजस्व विभाग की ओर से कहा गया कि नाप के बाद अगर जमीन सरकारी पाई जाती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
नक्शे से मिलान के बाद होगा एक्शन
राजस्व विभाग के तहसीलदार की ओर से बताया गया कि सरकारी जमीन के अतिक्रमण को लेकर शिकायत मिली थी। राजस्व विभाग की टीम ने दो जगहों पर जांच की। इस बीच मौजूदा जमीन को देखते हुए नक्शे बनाए गए हैं। कहा गया कि अगर सरकारी नक्शे से मिलान के बाद अतिक्रमण को पाया गया तो एक्शन लिया जाएगा।
पुत्रवधू के नाम पर है जमीन
वहीं पूर्व विधायक रोशनलाल वर्मा का कहना है कि बिल्डिंग उनकी पुत्रवधू के नाम पर है। यह नियम कानून के अनुसार बनी हुई है। अगर चुनावी रंजिश के चलते उनकी जमीन और बिल्डिंग की नाप करवाया जा रहा है। रोशनलाल वर्मा का कहना है कि यह जमीन उनकी बहू रुचि वर्मा की है। यह जमीन 2010 में खरीदी गई थी। वह चाहता हैं कि इस जमीन की विधिवत नाप हो मुझे सीएम योगी पर पूरा भरोसा है।