शिवपाल यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख सीट बदलने का अनुरोध किया है। उन्होंने इसको लेकर वरिष्ठता का भी हवाला दिया है। शिवपाल के साथ ही 12 अन्य विधायकों ने भी ऐसी ही मांग की है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा व प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव के बीच दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं। शिवपाल यादव विधानसभा में सपा विधायकों के साथ बैठना नहीं चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखा है। पत्र लिखकर सीट बदलने का अनुरोध किया गया है। शिवपाल ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए नई सीट दी जाए। ज्ञात हो कि इस बार सभी विधायकों की सीट तय की गई है। शिवपाल यादव की सीट सपा विधायक मनोज पारस और अब्दुल्ला आजम के साथ में है।
12 विधायकों ने भी सीट बदलने की मांग
गौरतलब है कि शिवपाल यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव सपा के सिंबल पर लड़ा था। लिहाजा वह सपा के ही विधायक हैं। उन्हें जो सीट मिली है वह भी सपा विधायकों के ही साथ में है। शिवपाल यादव सपा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के पीछे वाली रो में बैठते हैं। शिवपाल ही नहीं समाजवादी पार्टी के 12 विधायकों ने अपनी सीट बदलने को लेकर मांग की है। उनका कहना है कि जो सीट उन्हें अलॉट की गई है वहां बैठने में उन्हें दिक्कत है। माना जा रहा है कि इस मांग के पीछे का कारण रिश्तों में आई तल्खी है।
सीट बदलने पर टैबलेट भी हटाना होगा
ज्ञात हो कि विधानसभा पेपरलेस हो चुकी है। सदन की कार्यवाही भी टैबलेट के माध्यम से हो रही है। सभी मंत्रियों और विधायकों की सीट पर टैबलेट लगा हुआ है। उसी के मद्देनजर सभी को सीटों का आवंटन किया गया है। इसका कारण है कि टैबलेट संबंधित विधायक के फिंगर प्रिंट औऱ लॉग इन पासवर्ड से ही खुलेगा। यदि सीट बदली जाती है तो उस स्थिति में टैबलेट को भी हटाना पड़ेगा।
यूपी विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन नहीं आए आजम, अखिलेश यादव ने उठाया ड्रेस का मुद्दा