
मेरठ (Uttar Pradesh)। सेवानिवृत्त दरोगा चंद्रपाल सिंह के बैंक खाते में 37 लाख रुपये ज्यादा आ गए, जबकि यह रकम उनकी नहीं है। इसके बाद एसपी क्राइम राम अर्ज के पास पहुंच गए। प्रार्थना पत्र देते हुए बोले कि सर मेरे बैंक खाते में 37 लाख रुपये जमा हुए हैं, लेकिन यह रकम मेरी नहीं है। विभाग या बैंक की गलती से यह रकम मेरे खाते में आ गई। यह पैसा सरकार का है और सरकार के पास ही जाना चाहिए।
ईमानदारी के लिए किया जाएगा सम्मानित
एसपी क्राइम ने कहा कि सेवानिवृत्त दरोगा ने बैंक खाते में 37 लाख रुपये गलती से आने की शिकायत की है। मामले की जांच के लिए बैंक शाखा प्रबंधक और वरिष्ठ लिपिक को निर्देश दिए हैं। चंद्रापल को उनकी ईमानदारी के लिए पुलिस पेंशनर्स में सम्मानित भी किया जाएगा।
ईमानदारी से की थी पूरी नौकरी
चंद्रपाल सिंह ने बताया कि मेरठ, सहारनपुर के अलावा प्रदेश के कई जिलों में उनकी तैनाती रही थी। चार दशक की नौकरी में उन्होंने ईमानदारी से कार्य किया है।
31 दिसबंर को हुए थे रिटायर्ड
बागपत के बिनौली निवासी चंद्रपाल सिंह मेरठ में दरोगा के पद पर कार्यरत थे। 31 दिसंबर 2019 को वे सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने बताया कि उनका बैंक खाता एसबीआई में है। फंड की रकम उन्होंने निकाल ली, लेकिन गलती से उनके खाते में 37 लाख रुपये ज्यादा आ गए। जबकि यह रकम उनकी नहीं है।
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