यूपी के सीतापुर में करोड़ों की संपत्ति हड़पने के लालच में अपने मामा को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे मामले की पूछताछ की जा रही है। आरोपी भांजा पिछले 15 सालों से अपने मामा के साथ रहता था।
सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक भांजे ने अपने मामा को बांके से काटकर निर्ममता से हत्या कर दी। इस घटना मे आरोपी के साथ उसके दो अन्य साथी भी शामिल थे। बताया जा रहा है कि करोड़ों की संपत्ति हड़पने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। घटना के दौरान चीखपुकार सुनकर जब मृतक का सौतेला बेटा ऊपर पहुंचा तो उसने देखा कि उसके पिता को भांजा और उसके साथी मिलकर बांके से हमला कर रहे हैं। जब उसने आरोपियों को रोकने की कोशिश की तो वह उसे धक्का देकर मौके से फरार हो गए। मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे एएसपी ने बताया कि संपत्ति के विवाद को लेकर घटना को अंजाम दिया गया है। यह घटना महमूदाबाद के मोहल्ला बन्नी की है।
भांजे ने मामा को उतारा मौत के घाट
मृतक श्याम बिहारी वर्मा के सौतेले बेटे सोनू ने पुलिस को बताया कि मंगलवार की रात पिता व आरोपी अमरेंद्र दोनों दूसरी मंजिल के एक ही कमरे में सो रहे थे। वहीं सोनू और अमरेंद्र की मां कुसुमावती नीचे वाले कमरे में सो रहे थे। सोनू ने बताया कि रात को करीब 1 बजे के आसपास चीखने की आवाज आने लगी। जब उसने ऊपर जाकर देखा तो अमरेंद्र और उसके दो साथ बांके से उसके पिता को बुरी तरह से मार रहे हैं। यह देख सोनू ने शोर मचाना शुरूकर उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह आरोपी उसे धक्का देकर मौके से भाग निकले। इसके बाद वह अपने पिता को जब तक अस्पताल ले जाता तब तक उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। इसके बाद मृतक के बेटे ने मामले की जानकारी पुलिस को दी।
मृतक के नहीं थी कोई संतान
घटना की जानकारी पर सीओ रवि शंकर प्रसाद सहित एएसपी एनपी सिंह, एसपी सुशील धुले चंद्रभान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने फौरन मामले की जांच शुरूकर दी। वहीं रात 3 बजे के आसपास पुलिस ने अमरेंद्र व उसके एक साथी को पास के इलाके से गिरफ्तार कर लिया। एएसपी ने बताया कि मृतक श्याम बिहारी वर्मा के पास करोड़ों की संपत्ति थी और उसकी कोई संतान नहीं थी। संपत्ति के कारण ही उसके भांजे ने उसे मौते के घाट उतार दिया। एएसपी के अनुसार, श्याम बिहारी वर्मा के घर पर पिछले 15 सालों से भांजा अमरेंद्र व बहन कुसुमावती रह रहे थे। मृतक की पत्नी की तीन साल पहले मौत हो गई थी। पत्नी को उसके पहले पति से एक बेटा सोनू था। लेकिन मां की मौत के बाद से वह अपने पहले पिता के पास रहता था। दो दिन पहले सोनू मृतक के घर आया था।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
श्याम बिहारी के संतान ना होने के कारण उसने अपने भांजे और भांजी को गोद ले लिया था। बताया जा रहा है कि श्याम के पास करीब ढाई करोड़ रुपये की संपत्ति है। उन्होंने गांव के आसपास भी जमीन खरीद रखी थी। लगभग 20 दिन पहले श्याम ने अपनी सात बीघा जमीन को सवा करोड़ रुपये में बेचा था। मृतक ने अमरेंद्र की भी वसीयत की थी। लेकिन किसी कारण के चलते भांजे के नाम की वसीयत को निरस्त कर दिया था। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मृतक ने अपनी जमीन का कई हिस्सा सोनू के नाम पर कर दिया था। इसलिए उसे डर था कि उसके मामा दूसरी शादी कर लेंगे। इसके बाद संपत्ति या तो बेटे सोनू के नाम कर देंगे या फिर अपनी दूसरी पत्नी के नाम कर देंगे। इसी बात से नाराज होकर इस घटना को अंजाम दे डाला।
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