अयोध्या में प्रवेश करने वाले प्रमुख मार्गों पर श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए 6 विहंगम (बड़े) द्वार बनाने की योजना है। जिससे श्रद्धालु प्रवेश करते ही रोमांचित हो जाए। इसकी खास बात यह भी होगी कि इन द्वारों के समीप लगभग 5 एकड़ में सभी नागरिक सुविधाएं जैसे पार्किंग, स्नान, भोजन, शयन के साथ अस्पताल में इलाज की सुविधाएं भी मौजूद होगी।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: राम की नगरी अयोध्या (Ayodhya) में प्रवेश करने वाले प्रमुख मार्गों पर श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए 6 विहंगम (बड़े) द्वार बनाने की योजना है। जिससे श्रद्धालु प्रवेश करते ही रोमांचित हो जाए। इसकी खास बात यह भी होगी कि इन द्वारों के समीप लगभग 5 एकड़ में सभी नागरिक सुविधाएं जैसे पार्किंग, स्नान, भोजन, शयन के साथ अस्पताल में इलाज की सुविधाएं भी मौजूद होगी। सभी मार्गो की डिजाइन अलग-अलग बनाई गई है। यह सभी द्वार रामजन्मभूमि परिसर से 10 से 15 किमी की दूरी पर बनेंगे। ग्लोबल कंपटीशन करा कर इसका डिजाइन भी फाइनल कर लिया गया है। डिजाइन सेलेक्ट होने पर दो लाख प्रवीन कुमार गुप्ता, पौने दो लाख ब्यूटी सिंह सहित साथ चार अन्य लोगों को नगद राशि और प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
इन जिलों की सीमाओं पर मार्गो पर बनेंगे द्वार
बस्ती,गोंडा, अकबरपुर ,प्रयागराज ,रायबरेली और लखनऊ जिले से अयोध्या को जोड़ने वाले हाइवे पर विहंगम द्वार दिखेंगे। यहां पंहुचते ही त्रेता युग का एहसास कराने वाले दृश्यों के साथ रामायण काल के बड़े -बड़े पेड़ टेंपरेचर को कम करने का काम करेंगे। यहीं पर नगर में प्रवेश करने के लिए वाहनों की व्यवस्था भी की गई जाएगी। जिससे पूरे अयोध्या क्षेत्रफल के पौराणिक मंदिरों का दर्शन श्रद्धालु कर सके।
विजन डॉक्यूमेंट की मॉनिटरिंग करेंगे कमिश्नर
केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाएं गुणवत्ता परक और तय समय से पूरी हो इसलिए अयोध्या विजन डॉक्यूमेंट की मानिटरिंग कमिश्नर नवदीप रिणवा खुद करेंगे। उन्होंने इसके लिए राम कथा पार्क, अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी ,तुलसी स्मारक भवन, भजन संध्या स्थल ,अंतर्राष्ट्रीय राम लीला संकुल सांस्कृतिक मंच का निरीक्षण किया तथा संबंधित कार्यदाई संस्थाओं को गुणवत्तापूर्ण ढंग से कार्य करने की चेतावनी दी। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त विशाल सिंह, संस्कृति विभाग के अधिकारी एवं कार्यदाई संस्थाओं के लोग मौजूद रहे। कमिश्नर ने बताया राम मंदिर तक श्रद्धालु आसानी से पहुंच सकें इसके लिए 3 नए मार्ग राम पथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ का निर्माण किया जा रहा है।