
लखनऊ (उत्तर प्रदेश )। नागरिकता संशोधन कानून के हिंसक विरोध के दौरान सार्वजनिक व निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले आरोपियों की पहचान हो रही है। प्रशासन ने प्रदेशभर में 373 लोगों को नोटिस भेज दिया है।
तीन दिन में देना होगा लिखित पक्ष
नोटिस मिलने पर संबंधित को जवाब भी देना होगा। इसके लिए तीन दिन का समय दिया गया है, जिसमें संबंधित को लिखित पक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया है। जिसके आधार पर ही प्रशासन नुकसान की भरपाई करने की वैधानिक प्रक्रिया शुरू करेगा।
तोड़फोड़ करने वालों की पहचान को पोस्टर
कानपुर, मऊ और फिरोजाबाद में तोड़फोड़ करने वालों की पहचान के लिए पोस्टर लगाए गए हैं। लोगों से अपील की गई है कि इनके बारे में जानकारी दें।
22 जिलों में हुआ था हिंसक प्रदर्शन
नागरिकता कानून के विरोध में 21-22 दिसंबर को प्रदेश के 22 जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। गाड़ियों के अलावा पुलिस चौकी और थाने भी फूंके गए थे। इस दौरान 18 लोगों की जान गई थी। अब तक पुलिस ने एक हजार गिरफ्तारियां की हैं।
इन 5 जिलों में रिकवरी शुरू
-लखनऊ पुलिस ने 110 को नोटिस जारी किया। इसमें रिहाई मंच के पदाधिकारी मो. शोएब और पूर्व आईजी एसआर दारापुरी का नाम भी हैं।
-रामपुर में प्रशासन ने 28 लोगों को 15 लाख की क्षतिपूर्ति का नोटिस भेजा।
-बिजनौर में 43 प्रदर्शनकारियों को नोटिस भेजा गया है। इनसे 19.7 लाख रुपए की वसूली की जानी है।
-मेरठ में 141 लोगों की पहचान की गई। 14 लाख की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है।
-संभल में 26 लोगों को नोटिस जारी किया गया। 15 लाख रुपए की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
(प्रतीकात्मक फोटो)
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।