PUBG हत्याकांड के आरोपी बेटे को सबूत मिटाने के लिए कहीं और से मिल रही थी डायरेक्शन, चैट और कॉल लॉग मिला डिलीट

लखनऊ के PUBG हत्याकांड के आरोपी बेटे को सबूत मिटाने के लिए कहीं और से डायरेक्शन मिल रहे थे। इसके साथ ही चैट और कॉल लॉग को डिलीट भी कर दिया। मां की हत्या के बाद बेटे ने उनके मोबाइल की सारी डिटेल डिलीट कर दी।

Asianet News Hindi | Published : Jun 18, 2022 11:07 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में  PUBG हत्याकांड में आए दिन खुलासे हो रहे है। इसी क्रम में इस मामले में एक और खुलासा हुआ है कि आरोपी बेटे ने साक्ष्य भी मिटाए थे। मां की हत्या के बाद बेटे ने उनके मोबाइल की सारी डिटेल डिलीट कर दी। दिलचस्प बात तो यह है कि ये कोशिश खुद को बचाने के लिए बल्कि इस मामले में कत्ल का इशारा करने वाले को परिवार के उस सदस्य से बचाने के लिए थी। क्योंकि जांच के दौरान पुलिस मोबाइल फोन को भी अपने कब्जे में लेती तो उससे पहले ही यह तरीका निकाल लिया ताकि उस सदस्य तक पहुंच न पाए। 

मृतक साधना के फोन पर मिला रहा था बेटे को डायरेक्शन
सात जून की रात पुलिस ने साधना के शव को घर से निकालने के साथ ही उनका मोबाइल भी कब्जे में लिया था। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि मोबाइल से केस की हकीकत तक पहुंचने में मदद मिलेगी। लेकिन जब फोन अनलॉक हुआ तो सारी डिटेल गायब मिली। हत्यारे 16 साल के बेटे और घटना के मास्टरमाइंड ने पुलिस से एक कदम आगे चलने का प्रयास किया। आरोपी बेटे के बयान के अनुसार चार जून की देर रात मां साधना की हत्या की थी। इस वारदात में शामिल परिवार का सदस्य उसको जिस मोबाइल पर गाइड कर रहा था वो साधना का ही था।

बेटे को फोन पर मिल रहा था सबूत को मिटाने का डायरेक्शन
आरोपी बेटे ने हत्या करने के बाद साधना के मोबाइल को चार जून की सुबह से देर रात तीन बजे तक सभी कॉल डिटेल डिलीट की थी। इस बात का खास ध्यान रखा गया कि चैट और वीडियो कॉल भी हटाए जाए। तो वहीं पुलिस का कहना है कि कॉल डिटेल रिपोर्ट (CDR) में भी 4 जून को बहुत कम नंबरों पर बातचीत हुई। जिस भी नंबरों पर बात हुई है, उसमें ज्यादातर परिवार के लोगों के ही हैं। यानी बेटे ने जिसके इशारे पर घटना को अंजाम दिया था, वो उसे सुबूत मिटाने का भी डायरेक्शन दे रहा था। पुलिस को जानकारी मिली है कि नाबालिग बेटे के पास एक मोबाइल था। उसे एक महीने पहले से रिचार्ज नहीं कराया गया था। 

हत्यारे बेटे के पिता ने पहले जताई थी इस प्रकार की इच्छा
आशंका जताई जा रही है कि साधना की हत्या की साजिश रचने वाला परिवार का सदस्य आरोपी बेटे से वॉट्सऐप कॉल पर बात कर रहा था। उसे पता था कि इस कॉल की डिटेल नहीं मिल सकती है। दूसरी ओर पत्नी की हत्या के बाद उसके पति नवीन का कहना था कि वो चाहते है कि बेटा जिंदगी भर जेल में रहे। लेकिन पत्नी की चिता को मुखाग्नि देने के बाद से ही वो बेटे को बचाने का प्रयास करने लगे। अपने बेटे की जल्दी जमानत करवाने के लिए उन्होंने पास की कॉलोनी के एक समाजसेवी और भाजपा नेता से बात भी की। तो वहीं दूसरी ओर नेता की मां के हत्यारे बेटे को छुड़ाने की पैरवी करने से इंकार किया। इसके बाद नवीन ने कई बड़े वकीलों से संपर्क किया। 

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