
गोरखपुर: मतगणना से एक दिन पहले सरकारी वाहनों की चेकिंग के मामले में पुलिस ने सपा के पूर्व पार्षद को गिरफ्तार कर लिया। पूर्व पार्षद विजेंद्र अग्रहरि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उनकी पहचान सीसीटीवी कैमरे के जरिए करने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है। वहीं कई और सपा नेताओं की पहचान पुलिस की ओर से कर ली गई है। जिसके बाद जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विजेंद्र बसंतपुर के रहने वाले हैं। पुलिस की ओर से जानकारी दी गई कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी में विधानसभा चुनाव 2022 की ईवीएम को रखा गया था। उनकी सुरक्षा में अर्द्धसैनिक बल के जवान और सिविल पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी। मतगणना से एक दिन पूर्व 9 मार्च को 40 से 50 लोग गेट एक एकत्र हो गए और स्ट्रांग रूम में रखे ईवीएम को बदले जाने समेत अनेक प्रकार की अफवाह फैलाई। इसी के साथ नारेबाजी कर उनके द्वारा माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया है।
सपा नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी कार्य में जा रही गाड़ियों को रोककर चेक किया। इस दौरान प्राइवेट गाड़ियों को भी रोका गया। नेताओं ने पुलिस से भी दुर्व्यवहार किया और सरकारी कार्य में बाधा डाली। पुलिस की ओर से जानकारी दी गई कि कैंट थाने में सरकारी काम में बाधा डालने, बल प्रयोग करने, दो समुदाय के बीच घृणा पैदा करने की कोशिश करना, गलत काम करना, महामारी एक्ट उल्लंघन, 7 सीएलए की धाराओं में केस दर्ज किया गया।
आपको बता दें कि गिरफ्तार किए गए विजेंद्र अग्रहरि समाजवादी पार्टी से पार्षद रह चुके हैं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर सपा जिलाध्यक्ष अवधेश यादव ने कहा कि पुलिस-प्रशासन पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है। पुलिस को जांच के बाद कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि मामले में बिना जांच के कार्रवाई की जा रही है।
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