समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने फेसबुक लाइव आकर संगीत सोम पर जमकर हमला बोला। उन्होंने संगीत सोम की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वे हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें जनता का फैसला स्वीकार नहीं है। इसलिए दलित, जाट सभी जातियों को गाली दे रहे हैं। अतुल ने कहा कि मैं सरधना का विधायक हूं। मुझ से जो बनेगा मैं वह करूंगा।
मेरठ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत के साथ हासिल की और प्रदेश में दोबार सरकार बनाकर इतिहास को तोड़ दिया। जिसके बाद से नेता और पार्टी के कार्यकर्ता अपनी कमियों को खोजने में लग चुके है कि आखिर उनको हार का सामना क्यों करना पड़ा है? ऐसा ही कुछ मेरठ के सरधना के खेड़ा इंटरकालेज में पूर्व विधायक संगीत सोम ने सभा की थी। संगीत सोम ने हारने के बाद भी जनता के विश्वास का आभार कर रहे थे।
इसके जवाब में समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने फेसबुक लाइव आकर संगीत सोम पर जमकर हमला बोला। उन्होंने संगीत सोम की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वे हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें जनता का फैसला स्वीकार नहीं है। इसलिए दलित, जाट सभी जातियों को गाली दे रहे हैं। अतुल ने कहा कि मैं सरधना का विधायक हूं। मुझ से जो बनेगा मैं वह करूंगा। आज जिस तरह से जनमत का अपमान हुआ वो बेहद निराशाजनक है।
अतुल प्रधान- तुम्हारें घमंड को किया चकनाचूर
अतुल प्रधान आगे कहते है कि आज सरधना विधानसभा क्षेत्र में मिटिंग हुई। मैंने किसी भी जाति का अपमान नहीं किया। जब भी मैं हारा और हार स्वीकार कर लोगों का धन्यवाद दिया। चौबीसी सहित सभी लोगों की 2012 से 17 तक सभी की मदद की। अतुल कहते हैं तुम्हारे घमंड को चकनाचूर किया है। किसी की गुंडई चलने नहीं दूंगा।
अतुल ने दी चेतावनी, बोले- गलतफहमी निकाल दो
भाजपाइयों के कार्यकर्ताओं ने सलावा में दलित को पीटा। अतुल ने चेतावनी देते हुए कहा कि गलतफहमी निकाल दो। देश आजाद है। क्यों इनके घर पर पथराव करवा रहे हो। रही बात भीड़ इकट्ठा करने की ये तो मैं भी कर सकता हूं लेकिन मंच से अपशब्द कहलवाना ठीक नहीं है। अतुल ने आगे कहा कि उन्हें जाट, ब्राह्मण और ठाकुर के भी वोट मिले।
संगीत सोम चुनावी परिणाम के बाद पहली बार हुए जनता से मुखातिब
बता दें कि मेरठ विधानसभा से चुनाव हारने के बाद पूर्व विधायक संगीत सोम पहली बार जनता से मुखातिब हुए। दरअसल, चुनाव हारने के बाद समीक्षा के उद्देशय से चौबीसी के लोगों ने पंचायत का आयोजन किया था। जनता इंटर कॉलेज खेड़ा में आयोजित पंचायत में संगीत सोम को भी बुलाया गया था। अपने लोगों के बीच पहुंचे संगीत सोम ने हारने के बाद भी जनता के विश्वास का आभार जताया। उन्होंने कहा कि ये मंथन का दौर है और हमें अपनी कमियों से सीख लेकर आगे बढ़ना होगा।
संगीत सोम ने किया धन्यवाद
सरधना विधानसभा के खेड़ा गांव में पूर्व विधायक संगीत सोम के साथ चुनाव की समीक्षा को लेकर पंचायत आयोजित की गई थी। दोपहर में ट्रैक्टर-ट्राली व निजी वाहनों में बैठकर सैंकड़ों लोग पंचायत स्थल पर पहुंचे और संगीत सोम की एक झलक पाने के लिए बेताब दिखाई दिए। लोगों के बीच पहुंचकर संगीत सोम ने सबसे पहले उन्हें धन्यवाद दिया।
शपथ ग्रहण होने के बाद चलेगा बुलडोजर और डंडा
मंच से संबोधित करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि बाबा का बुलडोजर और संगीत सोम का डंडा दोनो चलेंगे। संगीत सोम ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग किसी गलतफहमी में न रहे एक बार शपथ ग्रहण हो जाने दो फिर बाबा का बुलडोजर भी चलेगा और संगीत सोम का डंडा भी चलेगा। विधानसभा क्षेत्र में लोगों के बीच पहुंचकर संगीत सोम ने सबसे पहले उन्हें धन्यवाद दिया। इसके बाद उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि वह उनके सुख-दुख में पहले की तरह ही खड़े रहेंगे। हालांकि अपने संबोधन में उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे चौबीसी के कुछ लोग दूसरी विचारधारा से प्रभावित होकर उनके खिलाफ जाने को राजी हो गए। उन्होंने ऐसे लोगों को भी आत्ममंथन करने की सलाह दी है।
संजीव बालियान के विरोध में लगे नारे
खेड़ा में आयोजित पंचायत के दौरान संगीत सोम के संबोधन के दौरान कुछ युवाओं ने केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान का विरोध करना शुरू कर दिया। संगीत सोम ने ऐसे युवाओं को भरी पंचायत में सख्त लहजे में समझाया और कहा कि वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं और हमेशा उसके लिए काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी मानसिकता वाले लोग उन्हें कमजोर करने का काम करेंगे। अगर चौबीसी उन्हें मजबूत देखना चाहती है तो जातियों से ऊपर उठाकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि वह चुनाव हारे जरूर हैं, लेकिन दोगुने उत्साह के साथ नई जिम्मेदारी से वापसी करेंगे। किसी का विरोध करने से पहले हमें अपने अंदर की कमियों को सुधारने की जरूरत है। उन्होंने क्षेत्र की जनता से कहा कि बस मेरे संदेश का इंतजार करना और एक आवाज पर एकजुट होकर खड़े हो जाना।